शिवपुरी। हमेशा अपने बयानों से सुर्खियां बटोरने वाली कमलनाथ सरकार की मंत्री इमरती देवी एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार उनके चर्चा का विषय कोई बयान या भाषण नही बल्कि गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की चप्पल है। जी हां चप्पल…। दरअसल, शनिवार को शिवपुरी में एक सभा को संबोधित करने के दौरान सिंधिया ने अपनी चप्पल उतार दी और तभी मंच पर बैठी कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने उनकी चप्पल उठाने लगी, हालांकि इससे पहले ही प्रियदर्शनी और सिंधिया की नजर उन पर पड़ गई और उन्होंने रोक दिया। लेकिन तबतक ये पूरा वाक्या कैमरे में कैद हो गया।जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
दरअसल, शिवपुरी-गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को अपना नामांकन भरने शिवपुरी पहुंचे थे। इसके पहले सिंधिया ने रोड शो किया और फिर नामांकन भरकर गांधी मैदान में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी प्रियदर्शनी सिंधिया, पूर्व मंत्री व पिछोर विधायक केपी सिंह और प्रदेश सरकार की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी भी मौजूद थी। सिंधिया ने जैसे ही सभा को संबोधित किया, इस दौरान मंच में ही उन्होंने अपनी चप्पल उतार दी। सिंधिया मंच में घूम-घूम कर भाषण दे रहे थे इस दौरान उन्होंने अपने पैरों से चप्पल को किनारे किया। तभी मंत्री इमरती देवी सिंधिया की चप्पल को हाथ से उठाने लगीं लेकिन जैसे ही सिंधिया औऱ प्रियदर्शनी ने उन्हें ऐसा करते देखा तो रोक लिया। हालांकि तबतक ये वाक्या कैमरे में कैद हो चुका था और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दे कि इमरती देवी को सिंधिया की बहुत बड़ी समर्थक है। सिंधिया के चलते ही उन्हें कमलनाथ सरकार में मंत्री पद मिला है। सिंधिया के प्रति इमरती देवी की श्रद्धा किसी भगवान से कम नही है,ये बात वे खुद भी कई बार मंच से कह चुकी है, कि वे सिंधिया जी के लिए कुछ भी कर सकती है।
सिंधिया को मानती है भगवान, झाडू लगाने के लिए भी तैयार
हाल ही में इमरती देवी ने बयान देकर कहा था कि सिंधिया मेरे नेता नहीं, बल्कि भगवान हैं। मैं उनकी पूजा करती हूं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह सिंधिया के लिए झाड़ू लगाने के लिए भी तैयार है।इमरती देवी ने कहा था कि यह मंत्रालय उन्हें कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण मिला है। उन्होंने कहा था, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय उन्हें सिंधियाजी ने दिलवाया है। सिंधिया जी अगर उन्हें झाड़ू भी पकड़ा देते तो फिर भी वह खुश रहतीं।