झारखंड टाइगर के नाम से मशहूर,हेमंत सोरेन के करीबी,जानिए झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बारे में

झारखंड में हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने आज मुख्यमंत्री पद की सपथ ले ली है जिसके साथ झारखंड की जिम्मेदारी उनके हाथ आ गई है। चंपई सोरेन, हेमंत सरकार में भी कार्यरत थे। चंपई के साथ दो अन्य विधायकों ने शपथ ग्रहण किया।

Jharkhand CM : चंपई सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के सरायकेला विधानसभा सीट से विधायक हैं और हेमंत सोरेन सरकार में पूर्व मंत्री रहे हैं। हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ले ली है । 

कैबिनेट मंत्री और विधायक के रूप में अनुभव

चंपई सोरेन ने पहले हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभाली। उन्हें अपने अनुभव के लिए पहचाना जाता है, जिसने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए एक महत्वपूर्ण उम्मीदवार बनाया।

मंत्री मंडल में और भी मुख्य हस्तियां

कांग्रेस से आलमगीर आलम और राजद से सत्यानंद भोक्ता भी मंत्री पद के रूप में शपथ लेने के बाद सोरेन के साथ सहयोगी बने हैं। आलमगीर आलम को कांग्रेस पाकुड़ सीट से विधायक चुना गया है, जबकि सत्यानंद भोक्ता ने राजद के चतरा सीट से विधायक पद को हासिल किया है। सत्यानंद झारखंड सरकार में राज्य के कृषि मंत्री थे। वहीं पिछली सरकार में श्रम मंत्री थे।

चंपई सोरेन का राजनीतिक सफर

चंपई सोरेन का राजनीतिक सफर 1991 में शुरू हुआ था जब वो उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने। सितंबर 2010 से जनवरी 2013 तक वह हेमंत सोरेन सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, श्रम और आवास मंत्री रहे । जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक वह खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन कैबिनेट मंत्री रहे। चंपई ने अपने विधायक पद के लिए चुने जाने के साथ-साथ हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री भी रहे हैं। चंपई हेमंत सोरेन के करीबी बताए जाते हैं।

‘झारखंड टाइगर’ के नाम से मशहूर

चंपई का नाम उस वक्त चर्चे में आया जब बिहार से अलग झारखंड राज्य की मांग उठी। झारखंड के इस आंदोलन में शिबू सोरेन के साथ ही चंपई ने भी भाग लिया। इसके बाद ही लोग उन्हें ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से बुलाने लगे।

राज्य के लिए योगदान

चंपई सोरेन को उनके नेतृत्व के लिए और राज्य के विकास में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जा रहा है। उनके अनुभव से भरपूर राजनीतिक सफर के बाद, वह अब झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में राजनीतिक दायित्व संभालेंग ।


About Author
आकांक्षा पांडेय

आकांक्षा पांडेय

Other Latest News