दमोह।
एक तरफ जहां सोमवार को देशभर में महाशिवरात्री की धूम मची रही है, वही एमपी के दमोह के बांदकपुर स्थित जागेश्वर नाथ मंदिर में कमलनाथ सरकार के विधायक के खिलाफ हाय हाय के नारो की गूंज सुनाई दी।बताया जा रहा है वीआईपी दर्शन करने को लेकर शिवभक्त गुस्सा गए थे ,जिसके बाद उन्होंने विधायक के खिलाफ नारेबाजी करना शुरु कर दिया।इस बीच नायब तहसीलदार और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और भक्तों को शांत करवाया। वहीं इस मामले में न तो विधायक राहुल सिंह ने कोई प्रतिक्रिया दी और न ही मंदिर प्रशासन की तरफ से कोई बयान सामने आया।
दरअसल, सोमवार को जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर स्थित जागेश्वरनाथ धाम बांदकपुर में महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने पहुंचे थे, इसी बीच रात करीब 8 बजे दमोह विधायक राहुल सिंह भी भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे। लेकिन उन्होंने कतार में खड़े ना होकर वीआईपी ट्रीटमेंट लेते हुए अलग से मंदिर के भू-गर्भ में पहुंचे और भक्तों को बाहर कर दिया और बाकी भक्तों को मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर रोक दिया। विधायक सिंह पुजारियों के साथ मंदिर के अंदर पूजा करने लगे। देर तक बाहर मौजूद सैकड़ों भक्त गुस्से में आ गए और उन्होंने विधायक राहुल सिंह और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर हाय-हाय के नारे लगाना शुरु कर दिया। श्रद्धाले विधायक को बाहर निकालने पर अड़ गए और काफी देर तक नारेबाजी करते रहे। घटना की सूचना लगते ही नायब तहसीलदार और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और भक्तों को शांत करवाया। कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने काफी देर तक विरोध का सामना किया, जिसके बाद वह पुलिस-प्रशासन की मदद से बाहर निकल गए।
भक्तों का कहना था कि मंदिर में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। सभी श्रद्धालुओं को दर्शन करने के लिए एक साथ भेजा गया, मगर इस बार परंपरा तोड़ दी गई। पहली बार विधायक के लिए दर्शन करने मंदिर के अंदर से श्रद्धालुओं को बाहर निकाला गया। ऐसा नहीं होना चाहिए था। भगवान के दरबार में सभी एक होते हैं और उन्हें रोककर विधायक भगवान के दर्शनों के लिए अकेले पहुंचे और बाकी लोगों को बाहर रोक दिया यह गलत है।इस दौरान मंदिर प्रशासन भक्तों को शांत करने में जुटा रहा।