Chanakya Niti : हम सभी बचपन से ही आचार्य चाणक्य के बारे में सुनते आ रहे हैं, जो भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्ति माने जाते हैं। उनका मौर्य साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका जन्म 400 ईसा पूर्व माना जाता है। गुरुकुल से अपनी शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपनी बुद्धि और बल के प्रयोग से सम्राट मौर्य को सलाह दी, जिसके कारण नए सामराज्य की स्थापना हो पाई। अपने अनुभव के आधार पर चाणक्य ने बहुत सी नीतियों की रचना की है, जिनमें कूटनीति, चाणक्य नीति, अर्थशास्त्र, आदि शामिल है। इन सभी में सामाजिक पारिवारिक से लेकर अन्य सभी विषयों पर विस्तृत वर्णन किया गया है। उनकी नीतियां आज भी बड़े-बड़े नेताओं द्वारा अपनाई जाती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको बहुत सी ऐसी बातें बताएंगे, जो आपके जीवन को सफल बनाने और बदलाव करने में आपकी मदद करेगा। आइए जानते हैं विस्तार से…
व्यक्ति में होने चाहिए 4 गुण
- चाणक्य नीति के अनुसार, इंसान में 36 गुण नहीं, बल्कि यह चार गुण होने चाहिए, जिससे वह एक आदर्श और नेक इंसान बन सकता है। दरअसल, वह गुण अच्छा व्यवहार, साफ नियत, नेक दिल और ईमानदारी है। इन चार गुणों की बदौलत इंसान 36 गुणों को भी मात दे सकता है। अक्सर लोग कहते हैं कि व्यक्ति के अंदर 36 गुण नहीं है, लेकिन उन्हें 36 गुण नहीं बल्कि इन चार गुणों की आवश्यकता होती है।
- आचार्य चाणक्य के अनुसार, यदि आपके मुंह से कोई रोटी छीन ले तो उसे गले में उंगली डालकर निकलना परम कर्तव्य है। इसका अर्थ है कि अगर आपका कोई हक मारना चाहे, तो इसके लिए बिल्कुल भी ना झुके बल्कि अपने हक की लड़ाई लड़े।
- चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि इंसान को कभी गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए। आपको बता दें कि आपको यह कभी भी नहीं सोचना चाहिए कि आपके बिना किसी का काम नहीं होगा क्योंकि यह एक ऐसा मायावी संसार है, जहां ताश का पत्ता भी गुम होने पर लोग जोकर को बादशाह बना लेते हैं।
- जीवन में आपकी बहुत से ऐसे लोग होंगे, जिन्हें ऐसा लगता होगा कि आप उनसे बेहतर है और इसलिए वह आपसे गिरना करते होंगे, लेकिन चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया गया है कि वही लोग आपसे जलते हैं, जो लोग यह स्वीकार कर चुके होते हैं कि आप उनसे बेहतर है। इसलिए उन्हें चुप होकर जवाब देना सीखें।
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