Akhand Samarajya Rajyog, NeechBhang Rajyog, Astrology : ग्रहों की राशि परिवर्तन के साथ शुभ योग और राजयोग का निर्माण होता है। वैदिक ज्योतिष में एक ग्रह निश्चित अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं। इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण योग और राज योग का निर्माण करते हैं। मंगल का राशि परिवर्तन के साथ ही महत्वपूर्ण राजयोग का निर्माण हुआ है। जिसका असर जातकों के जीवन पर पड़ेगा।
दरअसल मंगल ग्रह कर्क राशि में गोचर कर रहे है। कर्क मंगल की नीच राशि है। हालांकि नीच राशि में रहने के बावजूद मंगल नीच भंग राज योग का निर्माण कर रहे हैं। नीच भंग राजयोग का लाभ मीन सहित 3 राशियों को मिलेगा। इसके साथ ही उनकी प्रतिष्ठा, सम्मान, भाग्योदय सहित धन संपत्ति में वृद्धि होगी।
नीच भंग राजयोग का लाभ
मेष
मेष राशि के लिए नीच भंग राजयोग लाभदायक साबित होगा। मंगल आप के चतुर्थ भाव में भ्रमण कर रहे हैं। ऐसे में सुख-सुविधाओं में वृद्घि होगी। कार्य क्षेत्र में बुद्धि का प्रदर्शन करेंगे। ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की ओर अग्रसर होंगे। प्रमोशन इंक्रीमेंट मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। इसके साथ हे प्रेम संबंध मजबूत होने वाले हैं।
मीन
नीच भंग राजयोग का लाभ मीन राशि के जातकों के लिए भी बेहद अनुकूल है। मंगल आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। वैवाहिक जीवन सुख में रहेगा। दूसरे आपकी इज्जत करेंगे। अच्छा प्रदर्शन करेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। स्वास्थ्य को लेकर अच्छी खबर सामने आएगी। छात्रों को सफलता हासिल होगी।
वृश्चिक
नीच भंग राजयोग वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ होने वाला है। मंगल ग्रह उनके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में किस्मत का साथ मिलेगा। रुके हुए धन की प्राप्ति होगी। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। समाज में सराही जाएंगे। इसके साथ ही विदेश यात्रा , गवर्नमेंट नौकरी में अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। विदेश में नौकरी लग सकती है।
अखंड साम्राज्य योग
कुंडली में योग दोष और भाव एक ही तरह के स्थान पर निर्मित होकर अलग-अलग महत्व रखते हैं। कुंडली में योग तब बनते हैं, जब ग्रह किसी भाव में जाकर शुभ और अशुभ फल देते हैं। ऐसे में कुंडली में अखंड साम्राज्य को बेहद शुभ माना जाता है। इस योग के कई ज्योतिष महत्व बताए गए हैं।
अखंड साम्राज्य योग से धन वैभव सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह अति फलदाई और प्रभावशाली योग माना जाता है। इसके साथ ही भाग्य प्रबल होते हैं। इतना ही नहीं जातकों को जीवन में हर सुख सुविधा का लाभ मिलता है। वह बड़े राजनेता के रूप में उभर कर सामने आते हैं। इसके साथ ही इस योग का प्रभाव 75 वर्ष तक माना जाता है। कुंडली में अखंड साम्राज्य योग होने पर जातक प्रभावशाली और व्यवस्थित जीवन जीते हैं।
अखंड साम्राज्य योग का निर्माण
कई तरह से अखंड साम्राज्य का निर्माण होता है। इस योग का निर्माण तब होता है, जब कुंडली में स्थिर लग्न पाए जाते हैं। स्थिर लग्न वृषभ, वृश्चिक, और कुंभ के होते अखंड साम्राज्य योग का निर्माण होता है। ऐसे में इन राशियों पर इसका प्रभाव बेहद माना जाता है।
गुरु दूसरे पांचवें और ग्यारह घर के स्वामी होते हैं। तब अखंड साम्राज्य का निर्माण होता है। इसके साथ ही गुरु वृषभ लग्न में एकादश भाव में, शनि लग्न में पंचम और वृश्चिक लग्न में दूसरे भाव में हो, साथ ही वृश्चिक लग्न के पांचवें भाव सहित कुंभ लग्न के दूसरे और ग्यारहवें भाव में होने पर अखंड साम्राज्य योग का निर्माण होता है।
अखंड साम्राज्य योग का लाभ
- अखंड साम्राज्य योग से जाते को जीवन में धन की कमी नहीं होती है
- पैतृक संपत्ति का लाभ मिलता है। इसके साथ ही धन संपत्ति के मालिक माने जाते हैं।
- इतना ही नहीं करियर और व्यापार में इन्हें बेहतरीन सफलता हाथ लगती हैं।
- सामर्थ्य में वृद्धि होती है
- उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं।
- संतान सुख का लाभ मिलता है
- उपक्रम में सफलता मिलती
- आध्यात्मिक शक्ति का ज्ञान होता है
- इसके साथ ही शेयर मार्केट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं
- संपन्न, प्रसिद्ध, प्रतिष्ठा गौरव बुद्धि विवेक का लाभ मिलता है।
बुधादित्य राजयोग का निर्माण
24 जून को मिथुन राशि में बुध के गोचर होंगे। बुध के गोचर के साथ ही सूर्य वहां पहले से मौजूद है। ऐसे में बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा इसका लाभ 3 राशियों पर पड़ेगा।
वृषभ
वृषभ राशि को आर्थिक क्षेत्र में वृद्धि होगी। विदेश जाने की योग बनेंगे। परिवार के सदस्यों को सहयोग प्राप्त होगा। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। बुद्धि विवेक, प्रतिष्ठा सहित संपत्ति का लाभ मिलेगा।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर शुभ माना जा रहा है। सिंह राशि के जातक को धन लाभ होगा। साथ ही भाग्य उदय होगा। लोगों को नौकरी मिलेगी जातकों को लाभ मिलेगा। व्यापार में मुनाफा होगा।
कन्या
कन्या राशि के जातक को राजकुमार बुध के गोचर का महत्वपूर्ण लाभ मिलने वाला है। सुख सुविधा में वृद्धि होगी। बौद्धिक योग्यता का विकास होगा। मजबूती के साथ अपने फैसले पर अडिग रहेंगे। कुशलता से काम करेंगे। कार्य क्षेत्र में समृद्धि हासिल होगी। व्यापक का लाभ मिलेगा।