Astro Tips: ज्योतिष व्यक्ति के जीवन से जुड़ा एक बहुत जरूरी हिस्सा है। रोजमर्रा के जीवन से लेकर भविष्य से जुड़ी चीजों में ज्योतिष महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें कुछ नियमों का भी जिक्र है। जिन्हें अगर मान लिया जाए तो जीवन से परेशानी को दूर किया जा सकता है।
ज्योतिष में कई बातों का उल्लेख मिलता है। इसमें कुछ ऐसे काम भी बताए गए हैं, जो हमें नहीं करना चाहिए। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि सोते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। नियमों के मुताबिक ये चीजें हमारे जीवन में परेशानी लेकर आती है।
पैसे
ज्योतिष के मुताबिक सोते समय व्यक्ति को अपने तकिए के नीचे या पास में पैसे नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। सोते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें।
चाबियां
चाबियां सुरक्षित रखने के लिए अक्सर हम उन्हें तकिए के नीचे रख लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हम पर या परिवार पर आर्थिक संकट आ सकता है।
घड़ी
कुछ लोगों को दिन भर घड़ी पहनने की आदत होती है और सोते समय वो घड़ी अपने तकिए के पास या नीचे रख कर सो जाते हैं। ऐसा करना ज्योतिष और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टि से सही नहीं माना गया है।
किताबें
सोते समय कुछ लोगों को किताबें पढ़ने की आदत होती है। ये आदत तो अच्छी है लेकिन उस किताब को तकिए के नीचे रख कर सोना अच्छा नहीं है। इस तरह से आप जीवन में समस्याओं को निमंत्रण देते हैं।
आभूषण
कुछ लोगों को सोते समय अपने आभूषण तकिए के नीचे उतर कर रखने की आदत होती है। महिलाओं में अक्सर ये आदत देखने को मिलती है। लेकिन ऐसा करना ज्योतिष की दृष्टि से शुभ नहीं माना गया है। जो व्यक्ति ऐसा करता है वह जंजीर की तरह जीवन में बंद जाता है और अशुभताओं का सामना करता है।
पानी का ग्लास
कुछ लोगों को तकिए के पास पानी का ग्लास रखकर सोने की आदत होती है। लेकिन ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है और काम में उसका ध्यान नहीं लगता।
जूते चप्पल
आजकल लगभग सभी अपने घरों में चप्पल पहन कर घूमते हैं और जब सोने की बारी आती है तो चप्पल को सिरहाने उतार कर सो जाते हैं। ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है। इससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।