Astrology: ग्रहों का व्यक्ति के जीवन के गहरा नाता है। नवग्रहों की स्थिति मनुष्यों के जीवन को भी प्रभावित करती है। ग्रहों की दशा व्यक्ति को कर्जदार भी बनाती है। कुंडली में ग्रहों की खराब स्थिति होने से आर्थिक तंगी होती है। धन संचय भी नहीं हो पाता।
इस ग्रह के होने पर बढ़ता है कर्ज
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के सेनापति मंगल को कर्ज का कारक माना जाता है। मंगल की कमजोर स्थिति से न सिर्फ आर्थिक समस्या उत्पन्न होता है बल्कि ऊर्जा और आत्मविश्वास में भी होने लगता है। जब मंगल 8वें, 12वें और 6ठें भाव में होते हैं तब कर्ज लेने के योग बनते हैं। इसके अलावा जब चंद्रमा कुंडली में कुछ ग्रहों के साथ बैठते हैं तब भी कर्ज लेने की स्थिति उत्पन्न होती है। बुध और गुरु के साथ चंद्रमा का मिलन आर्थिक तंगी लाता है।
करें ये उपाय
- बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें। बप्पा को मोदक या लड्डू का भोग लगाएं। दूर्वा घास अर्पित करें।
- रोजाना भगवान शिव की पूजा करें। शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें।
- मंगलवार के दिन हनुमान जी पूजा करें। कम से कम दो बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- मंगलवार के दिन व्रत रखें। मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करें।
- मंगलवार के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनकर सूर्य को अर्घ्य दें। लाल चीजों का दान करें।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)