Guru Gochar 2024: 1 मई को गुरु करेंगे वृषभ राशि में गोचर, बढ़ेगी इन 4 राशियों की मुश्किलें, होगा नुकसान, रहें सतर्क

1 मई को देव गुरु बृहस्पति शुक्र की राशि में गोचर करेंगे। इससे कई राशियों की मुश्किलें बढ़ेगी। आइए जानें इस गोचर का बुरा प्रभाव किन-किन राशियों पर पड़ेगा?

Manisha Kumari Pandey
Published on -
guru vakri 2024

Guru Gochar 2024: गुरु यानि बृहस्पति सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में भी इस ग्रह को विशेष महत्व दिया गया। बृहस्पति देवताओं के गुर और धनु और मीन राशि के स्वामी हैं। गुरु को भाग्य, धन, संतान, विवाह, धार्मिक कार्य, ज्ञान, दान-पुण्य ज्ञान इत्यादि का कारक माना जाता है। गुरु एक साल 15 दिन पर अपना राशि परिवर्तन करते हैं। 1 मई को वृषभ राशि में गोचर करने वाले हैं। इस राशि परिवर्तन का नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। चार राशियों पर गुरु के चाल का बुरा प्रभाव पड़ेगा।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए वृषभ राशि में गुरु का गोचर शुभ नहीं रहेगा। सेहत से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। परिवार में उतार-चढ़ाव आएगा। करियर के लिए भी यह समय शुभ नहीं है। जातकों का भाग्योदय मई के बाद होगा।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों पर गुरु गोचर का मिश्रित प्रभाव पड़ेगा। सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही आपको महंगी पड़ सकती है। आर्थिक स्थिति में भी उतार-चढ़ाव आएगा। धन खर्च बढ़ेगा।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए भी वृषभ राशि में गुरु का गोचर अनुकूल नहीं रहेगा। धन खर्च बढ़ सकता है। स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। खर्चों पर काबू रखने की जरूरत है।

कुम्भ राशि

कुंभ राशि के जातकों पर भी गुरु गोचर का मिश्रित प्रभाव पड़ेगा। आर्थिक नुकसान हो सकता है। सेहत को लेकर भी भी सतर्क रहने की जरूरत है। घुटनों का दर्द और कानों की समस्या आपको परेशान कर सकती है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News