Kendra Trikon Rajyog 2024 : ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों में से न्याय और दंड के देवता शनि के साथ देवताओं के गुरू बृहस्पति भूमिका सबसे अहम मानी जाती है। शनि को करीब ढाई वर्षों का समय लगता हैं, इसलिए एक ही राशि में दोबारा आने में शनि को 30 साल का समय लग जाता है।वर्तमान में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ विराजमान है और 29 जून को कुंभ में ही वक्री होंगे, जिससे केन्द्र त्रिकोण राजयोग बनेगा । वही देवताओं के गुरु बृहस्पति जून की शुरुआत में वृष राशि में उदय होने जा रहे हैं, जिससे भी केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण होगा, ऐसे में गुरू शनि के चाल बदलने से राजयोग का निर्माण होगा जो 3 राशियों की किस्मत चमकाने वाला साबित होगा। आईए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
केन्द्र त्रिकोण राजयोग चमकाएगा 4 राशियों का भाग्य
मेष राशि : गुरु के उदय होने से बनने वाला केन्द्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए लकी साबित होगा। व्यापारियों को व्यापार में धनलाभ मिलेगा। करियर के लिए समय अच्छा रहेगा। लंबे समय से रुका और अटका काम पूरा हो सकता है। भाग्य का साथ मिलेगा। आय में वृद्धि होगी, नए सोर्स बन सकते हैं ।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। नौकरीपेशा को वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का लाभ मिल सकता है। समय- समय पर आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति हो सकती है। व्यापारियों को उधार धन इस समय मिल सकता है।
वृषभ राशि : शनि के वक्री होने से बनने वाले केंद्र त्रिकोण राजयोग से जातकों को विशेष फल की प्राप्ति होगी। करियर तरक्की करेंगे। कारोबारियों के लिए समय उत्तम रहेगा। काम- कारोबार में शानदार सफलता मिल सकती है। आय के सोर्स बनेंगे। बेरोजगारों को नई नौकरी मिल सकती है। नौकरीपेशा को मनचाहा ट्रांसफर और पदोन्नति का लाभ मिल सकता है।सभी योजनाओं में सफलता मिलेगी।
कुंभ राशि :जून में शनि के वक्री होने से बनने वाला केंद्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है। आत्मविश्वास में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है। इनकम में वृद्धि हो सकती है, आमदनी के नए स्रोत भी मिल सकते हैं। किस्मत का भी साथ मिलेगा। नौकरीपेशा वेतनवृद्धि के साथ पदोन्नति का लाभ मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में जातकों को सफलता प्राप्त होगी । जीवन के ज्यादातर क्षेत्र में प्रगति मिलेगी। इस समय जीवनसाथी की तरक्की हो सकती है।
मिथुन राशि : शनि के वक्री होने से बनने वाला केंद्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। किस्मत चमक सकती है। काम- कारोबार के संबंध से यात्रा कर सकते हैं। धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल सकती है। अटके और रूके हुए कार्य बन सकते है। गुरू उदय से शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन शानदार रहेगा करियर में तरक्की के प्रबल योग है। बिजनेस में कई नई डील मिलने से तरक्की होगी। देश- विदेश की यात्रा कर सकते हैं, जो आपको शुभ साबित होंगी।
कुंडली में कब बनता है केंद्र त्रिकोण राजयोग
ज्योतिष के मुताबिक, कुंडली में जब 3 केंद्र भाव जैसे 4, 7, 10 और 3 त्रिकोण भाव जैसे 1, 5, 9 जब आपस में युति, दृष्टि संबंध अथवा राशि परिवर्तन करते हैं, तब केंद्र त्रिकोण राजयोग बनता है। केंद्र त्रिकोण राजयोग जातक के लिए भाग्यशाली माना जाता है।इससे भाग्योदय, पेशे में उन्नति, सरकारी या कॉर्पोरेट कार्यालय में शीर्ष स्थान मिलता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)