सूर्य ने बनाया डबल राजयोग, 4 राशियों की मार्च से चमकेगी किस्मत, जमकर होगी धनवर्षा! सफलता के खुलेंगे नए द्वार

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हो तो बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है। जब कुंडली में सूर्य और शुक्र एक राशि में विराजमान होते है तो शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिष में दोनों राजयोग को बेहद खास माना गया है।

Pooja Khodani
Updated on -

Shukraditya/ Budhaditya Rajyog 2025 : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, नक्षत्रों और कुंडली का बड़ा महत्व होता है। हर एक ग्रह एक निश्चित समय अंतराल में राशि परिवर्तन करते है, जिससे योग राजयोग बनता है। इसी क्रम 3 बड़े ग्रहों ने मीन राशि में एक साथ 2 राजयोग का निर्माण किया है। यह राजयोग ग्रहों के राजा सूर्य , ग्रहों के राजकुमार बुध और दैत्यों के गुरू शुक्र ने मिलकर बनाया है।

ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, विलासिता, सौंदर्य और सुख का कारक माना जाता है। वर्तमान में शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में विराजमान है और 31 मई तक इसी राशि में रहेंगे। आत्मा, मान-सम्मान के कारक सूर्य भी 14 मार्च को मीन में प्रवेश कर गए है, ऐसे में मीन में सूर्य शुक्र की युति से शुक्रादित्य राजयोग बना है। फरवरी से बुद्धि, ज्ञान के कारक बुध भी मीन राशि में स्थित है ऐसे में सूर्य बुध की युति से बुधादित्य राजयोग का भी निर्माण हुआ, जो कई राशियों के लिए लकी साबित हो सकता है।

डबल राजयोग चमकाएगा इन राशियों का भाग्य

वृषभ राशि : बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग का एक साथ बनना जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।अटके और रुके कामों को गति मिल सकती है।नौकरीपेशा को नए अवसर मिल सकते है। संतान से जुड़ी कोई गुड न्यूज मिल सकती है। कारोबारी वर्ग के लिए यह समय लाभकारी सिद्ध हो सकता है, कोई बड़ी व्यवसायिक डील पर साइन कर सकते हैं।आकस्मिक धन लाभ मिल सकता है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी और परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा।

तुला राशि: डबल राजयोग और सूर्य-शुक्र और बुध की युति जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकता है। हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है।किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं। आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं। हर क्षेत्र में भाग्य का साथ मिल सकता है। आर्थिक स्थिति और सेहत अच्छी हो सकती है। कार्यक्षेत्र में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। समस्याएं समाप्त हो सकती है।  नौकरी में तरक्की के साथ वेतन में वृद्धि हो सकती है।

मिथुन राशि: बुधादित्य और शुक्रादित्य राजयोग का बनना जातकों के लिए वरदान से कम साबित नही हो सकता है। लव लाइफ अच्छी रहेगी।आय के नए स्त्रोत खुलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। रूके अटके काम पूरे होंगे। बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकती है। नौकरीपेशा को पदोन्नति और इंक्रीमेंट का लाभ मिल सकता है। व्यापारियों को अच्छे ऑर्डर मिल सकते है।बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते है।

धनु राशि: बुधादित्य राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है।जीवन में भी खुशियों की दस्तक हो सकती है, समाज में मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है। कार्यों में सफलता पाएंगे। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। व्यापार में कोई बड़ा ऑर्डर मिल सकता है। पार्टनर के साथ आपका रिश्ता मजबूत बनेगा। पितृ संपत्ति से जुड़े मामले सुलझ सकते है।करियर के क्षेत्र में लाभ मिल सकता है। यात्रा पर जा सकते है।नौकरीपेशा को भाग्य का साथ मिलेगा। पदोन्नति के साथ इंक्रीमेंट पा सकते है।

कुंडली में कब बनता है शुक्रादित्य और बुधादित्य राजयोग

  • वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हो तो बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है। यह राजयोग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है, उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
  • वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है, इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और शुक्र एक राशि में विराजमान होते है तो शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिष में इस राजयोग को बेहद खास माना गया है।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News