इन दिशाओं में ना बनवाएं नवविवाहित जोड़े का कमरा, बढ़ सकती है वैवाहिक समस्याएं

Vastu Tips: विवाह के बाद हर कोई अपने जीवन में सुख-शांति और प्रेम की कामना करता है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, नवविवाहित जोड़े के कमरे की गलत दिशा उनके रिश्ते में तनाव और समस्याओं का कारण बन सकती है।

भावना चौबे
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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार नवविवाहित जोड़ के कमरे की दिशा का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उनके वैवाहिक जीवन को सीधे प्रभावित करता है। वस्तु विशेष क्यों का मानना है कि सही दिशा में कमरा होने से न केवल वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनी रहती है, बल्कि रिश्ते में स्थिरता और सकारात्मकता भी आती है।

ऐसे में अगर आपके घर में भी नई शादी होने वाली है, तो नव विवाहित जोड़े के लिए कमरा तैयार करने से पहले वास्तु शास्त्र के इन नियमों को ध्यान से जरूर पढ़ें। सही दिशा में कमरा बनाने से उनके वैवाहिक जीवन में सुख शांति और खुशहाली बनी रहेगी, और किसी भी प्रकार की अर्जुन या परेशानी से बचा जा सकेगा।

इन दिशाओं में नहीं बनवाना चाहिए कमरा

अगर दिशा की बात की जाए तो वास्तु शास्त्र के अनुसार नवविवाहित जोड़े का कमरा उत्तर दक्षिण, उत्तर पूर्व और दक्षिण पूर्व दिशा में कभी नहीं बनवाना चाहिए। इन्हीं दिशाओं में कमरा होने से वैवाहिक जीवन में अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होने लगते हैं, जो रिश्तों में तनाव और असंतोष का कारण बन सकते हैं।

इन दिशाओं में बनवाना चाहिए कमरा

यदि घर में पहले से इन दिशाओं में कमरा बना हुआ है, तू बेहतर होगा कि नव विवाहित जोड़े को कुछ समय के लिए इस कमरे से दूर रखा जाए। सही दिशा का चयन रिश्तों में सामंजस और सकारात्मक बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यकता है।

सुखी वैवाहिक जीवन के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा है सबसे शुभ

विवाह के बाद वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनाए रखने के लिए नवविवाहित जोड़े का कमरा उत्तर पश्चिम दिशा में बनवाना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा न केवल रिश्ते में प्रेम और सामंजस्य बढ़ती है बल्कि जीवन में आने वाले कई समस्याओं को दूर करती है। उत्तर पश्चिम दिशा में कैमरा होने से जोड़ के बीच शांति और समाज बनी रहती है, जिससे उनका जीवन सुख में होता है। इसलिए कमरे का निर्माण करते समय वास्तु और पंडित जी की सलाह अवश्य लेना चाहिए।

 


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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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