Viprit/Gajakesari Rajyog2024: ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है, जो मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। बुध देव वाणी, बुद्धि, व्यापार, संचार और शिक्षा के कारक हैं। जब भी बुध चाल बदलते है तो राशियों पर भी सकारात्मक और नकारात्मक असर पड़ता है।15 मार्च 2024 को बुध मीन राशि में उदित होने जा रहे हैं, इस दौरान महा विपरित राजयोग का भी निर्माण होगा। वही आज 13 मार्च को चन्द्रमा मेष राशि में प्रवेश करने जा रहे है, चुंकी गुरू मेष राशि में ही विराजमान है, ऐसे में गजकेसरी राजयोग का भी निर्माण होगा।इससे 4 राशियों को विशेष लाभ की प्राप्ति होगी, आईए जानते है वो कैसी लकी राशियां है।
4 राशियों को मिलेगा 2 राजयोग का लाभ
मेष राशि : बुध के उदय से बना विपरीज राजयोग जातकों के लिए लकी साबित होने वाला है। आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति हो सकती है। रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। शेयर बाजार, सट्टा, लॉटरी और सोना- चांदी से संबंधित काम करने वालों के लिए समय उत्तम रहेगा, धनलाभ के योग बनेंगे। निवेश और प्रापर्टी से फायदा मिल सकता है। गजकेसरी राजयोग से जातकों को विशेष फल की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य में सुधार और रिश्तों में मधुरता आएगी। व्यापारियों के लिए समय उत्तम रहेगा, धनलाभ के साथ व्यापार का विस्तार कर सकते है। भाग्य का साथ मिलेगा। कार्यों में सफलता पाएंगे।
तुला राशि : विपरीज राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित होगा। आय में वृद्धि हो सकती है, आय के नए नए स्त्रोत भी मिल सकते है। निवेश से लाभ मिलेगा।नया बिजनेस शुरू करने के लिए समय उत्तम रहेगा। का स्टॉक मार्केट, सट्टा और लॉटरी में अच्छा धनलाभ हो सकता है। गजकेसरी राजयोग बहुत ह लाभदायक रहने वाला है। कारोबारियों को विशेष फल की प्राप्ति होगी। व्यापार में डबल धन का मुनाफा मिल सकता है। साथ ही कार्यक्षेत्र में विस्तार होने की संभावना बन रहा है।
मिथनु राशि : बुध ग्रह का उदय होना जातकों के करियर और कारोबार से शुभ साबित हो सकता है। संतान से संबंधित कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नौकरीपेशा को तरक्की के कई अवसर मिल सकते हैं। निवेश से लाभ के योग हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में निवेश करने वालों के लिए समय अनुकूल है।बेरोजगार को नई नौकरी मिल सकती है।कार्यों में सफलता हासिल हो सकती है। किसी यात्रा पर जा सकते हैं।गजकेसरी राजयोग जातकों के लिए शुभकारी साबित होगा। अटका हुआ धन वापस मिल सकता है। नौकरीपेशा और कारोबारियों धन कमाने के स्रोत बनेंगे।
सिंह राशि : बुध उदय से विपरित राजयोग का बनना जातकों के लिए लकी साबित होगा। व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। एक्पोर्ट और इंपोर्ट के व्यापारियों के लिए भी समय उत्तम रहेगा। कार्यों में सफलता पाएंगे। मनोकामना पूरी होगी।मेष राशि में गजकेसरी राजयोग बनने से जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरीपेशा और कारोबारियों को समय का साथ मिलेगा। नौकरी में पदोन्नति और तरक्की के साथ व्यापार में धनलाभ के योग है। कोई नई डील मिल सकती है। जीवनसाथी के रिश्तों में मिठास आएगा।
जानिए कुंडली में कब बनते है राजयोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गजकेसरी योग मतलब हाथी के ऊपर सवार सिंह। इस योग में चंद्रमा की युति गुरु, बुध और शुक्र के साथ होती है। अगर चंद्रमा गुरु, बुध और शुक्र में से किसी एक से भी केंद्र में हो तो गजकेसरी योग का निर्माण जातक की कुंडली में होता है या अगर किसी जातक की कुंडली के लग्न,चौथे और दसवें भाव में गुरु-चंद्र साथ हो तो इस योग का निर्माण होता है। चंद्र या गुरु में से कोई भी एक दूसरे के साथ उच्च राशि में हो तो भी यह योग बनता है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विपरीत राजयोग का निर्माण होने से व्यक्ति को धन लाभ के साथ वाहन, संपत्ति का सुख प्राप्त होता है। जब कुंडली के छठे, आठवें, बारहवें, भाव के स्वामी युति संबंध बनाते हैं, तो विपरीत राजयोग का निर्माण होता है। इस योग में त्रिक भावों और उनके स्वामियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वैसे त्रिक भावों को ज्योतिष शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता लेकिन कुछ विशेष परिस्थियों के कारण यह शुभ फल देने लगते हैं, वहीं मुख्यत: त्रिक भावों में से किसी भाव का स्वामी किसी अन्य त्रिक भाव में विराजमान हो तो इस योग का निर्माण होता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)