Chandra Grahan 2024 : आज होली पर साल का पहला चंद्र ग्रहण, इन राशियों के लिए बेहद शुभ, जानें समय-सूतक काल और इसके प्रभाव

ज्योतिष के मुताबिक, पूर्ण चंद्र ग्रहण की घटना तब होती है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में एक सीधी रेखा में आ जाती है। इस वजह से पृथ्वी की परछाई से चंद्रमा पूरी तरह से ढक जाता है। जिसकी वजह से चंद्रमा पूरी तरह से काला हो जाता है। इसी को पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं।

Pooja Khodani
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Chandra Grahan 2024 : आज साल 2024 का पहला चन्द्र ग्रहण है। हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा, ऐसे में सूतककाल भी मान्य नहीं होगा।खास बात ये है कि 100 साल बाद यह पहला मौका है जब चन्द्र ग्रहण होली पर पड़ रहा है।आज सोमवार को लगने वाला चंद्र ग्रहण (Lunar eclipse 2024) सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर समाप्त हो जाएगा, इस हिसाब से चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 36 मिनट की रहेगी।

यह भारत को छोड़कर यूरोप, अतिरिक्त प्रशांत महासागर, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका. उत्तर-पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्से, अफ्रीका के कुछ हिस्से उत्तर और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू होता है, जबकि सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व शुरू हो जाता है। आज  चंद्रमा कन्या राशि में विराजमान रहेंगे, जहां पहले से ही राहु मौजूद है।

भारत को छोड़ इन देशों में लगेगा ग्रहण, 4 घंटे की अवधि

नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि सोमवार को सुबह एवं दोपहर में जब आप भारत में होली के रंगों मे सराबोर होंगे तब यूरोप का अधिकांश भाग, उत्‍तर पूर्व एशिया , अधिकांश आस्‍ट्रेलिया , अधिकांश अफ्रीका , उत्‍तरी और दक्षिण अमेरिका के भूभाग पर उपछाया चंद्रग्रहण की खगोलीय घटना हो रही होगी । भारत में इस ग्रहण के समय चंद्रमा क्षितिज के नीचे होगा इस कारण यहां यह दिखाई नहीं देगा । यह उपछाया ग्रहण भारतीय समय के अनुसार सोमवार प्रात: 10 बजकर 23 मिनिट के बाद आरंभ होकर दोपहर लगभग 3 बजकर 3 मिनिट पर समाप्‍त होगा । लगभग 4 घंटे 39 मिनिट तक चलने वाले इस पूरे ग्रहण को एक गणना के अनुसार लगभग विश्‍व की लगभग 11 प्रतिशत आबादी देख पायेगी ।

8 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण

सारिका ने बताया कि कोई ग्रहण अकेला नहीं आता है । इस चंद्रग्रहण के दो सप्‍ताह के अंतर पर आगामी 8 अप्रैल को पूर्ण सूर्यग्रहण होगा लेकिन इसे भी भारत मे नहीं देखा सकेगा । भारत में अगला चंद्रग्रहण 18 सितम्‍बर को सुबह सबेरे केवल कुछ मिनिट के लिये केवल पश्चिमी नगरों में होगा लेकिन वह भी उपछायाग्रहण होने के कारण महसूस नहीं किया जा सकेगा ।चंद्रमा और सूर्य के बीच तथा एक सीध में पृथ्‍वी के आ जाने से पृथ्‍वी की उपछाया वाले भाग से जब चंद्रमा निकलता है तो उसकी चमक में कुछ अंतर आ जाता है , इसे उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं । चमक में बहुत कम अंतर होने के कारण देखने पर इसे पहचानना मुश्किल होता है ।

राशियों पर कैसा रहेगा असर?

  • मेष राशि वालों को नौकरी और व्यापार में तरक्की और सफलता मिलेगी। भाग्य का अच्छा साथ मिलेगा। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। वृषभ राशि वालों को धन और आय के साधनों में वृद्धि, कार्यों में सफलता और नौकरी में प्रमोशन-इंक्रीमेंट के योग है। सिंह राशि वालों को नौकरी और व्यापार के लिहाज से समय अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपने अनुभवों का लाभ भरपूर मिलेगा।
  • धनु राशि वालों को कार्यों में सफलता, भाग्य का साथ, नौकरीपेशा को नए अवसरों की प्राप्ति होगी। मकर राशि वालों को मान-सम्मान और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। अचानक धनलाभ हो सकता है। कन्या राशि वालों को कार्यों में सफलता ,तरक्की के नए अवसर, नौकरीपेशा को पदोन्नति-वेतन वृद्धि और संतान की तरफ से कोई गुड न्यूज मिल सकती है।

कब लगता है चन्द्र ग्रहण?

ज्योतिष के मुताबिक, चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच आ जाती है। इस दौरान चांद धरती की छाया से पूरी तरह से छुप जाता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक दूसरे के बिल्कुल सीध में होते हैं। इस दौरान जब हम धरती से चांद देखते हैं तो वह हमें काला नजर आता है और इसे चंद्रग्रहण कहा जाता है।जैसे सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि पर लगता है, वैसे ही चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि को लगता है।

ग्रहण के बारें में

  • उपच्छाया से पहला स्पर्श : सुबह 10 बजकर 24 मिनट बजे
  • चन्द्र ग्रहण का परमग्रास : दोपहर 12 बजकर 43 मिनट बजे
  • उपच्छाया से अंतिम स्पर्श : दोपहर 03 बजकर 01 मिनट बजे
  • उपच्छाया की अवधि : 04 घंटे 36 मिनट 56 सेकण्ड

साल 2024 में सूर्य ग्रहण/चंद्र ग्रहण कब-कब लगेंगे?

  • पहला चंद्र ग्रहण – 25 मार्च 2024
  • दूसरा चंद्र ग्रहण- 18 सितंबर 2024
  • पहला सूर्य ग्रहण- 8 अप्रैल 2024
  • दूसरा सूर्य ग्रहण- 2 अक्टूबर 2024

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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