Masik Durgashtmi 2024: हर महीने में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है। यह दिन मां दुर्गा को समर्पित रहता है। इस दिन मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा अर्चना करने और व्रत रखने से भक्तों की सभी मुरादे पूरी होती है। इस दिन को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक मां दुर्गा की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि आती। जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं।
कब है पौष माह की मासिक दुर्गाष्टमी
पौष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानी 18 जनवरी को मासिक दुर्गाष्टमी है। हिंदू पंचांग के अनुसार मासिक दुर्गाष्टमी की तिथि की शुरुआत 17 जनवरी 2024 बुधवार देर रात 10 बजकर 6 मिनट से होगी और इसका समापन अगले दिन यानी 18 जनवरी की देर रात 8 बजकर 44 मिनट पर होगा।
मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा विधि क्या है
1. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
2. पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
3. चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
4.देवी मां को जल अर्पित करें। लाल चुनरी, अक्षत और फूल माला अर्पित करें।
5. धूप और दीप जलाएं। मां दुर्गा की आरती करें।
6. मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। नैवेद्य अर्पित करें।प्रसाद बांटें।
मासिक दुर्गाष्टमी पर किन मंत्रों का करें जाप
ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
पिण्डज प्रवरा चण्डकोपास्त्रुता।
प्रसीदम तनुते महिं चंद्रघण्टातिरुता।।
पिंडज प्रवररुधा चन्दकपास्कर्युत । प्रसिदं तनुते महयम चंद्रघंतेति विश्रुत।
ॐ जटा जूट समायुक्तमर्धेंन्दु कृत लक्षणाम| लोचनत्रय संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम॥
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)