हितकारी परिणाम देते हैं रुद्राक्ष की माला से किए गए जाप, जानें इससे जुड़े ज्योतिषीय नियम

Astro Rules: हर व्यक्ति अपने जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए भगवान से प्रार्थना जरूर करता है। शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए कुछ लोग जाप भी करते हैं जो अलग-अलग मालाओं से किए जाते हैं। चलिए आज हम आपको रुद्राक्ष की माला से जाप करने के नियम बताते हैं।

Diksha Bhanupriy
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Astro Rules: हिंदू धर्म में पूजन, पाठ, व्रत, अनुष्ठान और इनसे जुड़े नियमों को बहुत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। हर व्यक्ति जब भी कोई धार्मिक काम करता है तो नियम कायदों का विशेष रूप से ध्यान रखता है। पूजन पाठ करते समय जाप का विशेष महत्व माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान को प्रसन्न करने के लिए यह जाप किए जाते हैं।

अलग-अलग भगवान के लिए अलग-अलग मालाओं से जाप करने का विधान देखा गया है। सभी को करने का तरीका भी अलग होता है। रुद्राक्ष की माला से भी जाप किया जाता है। इसे करने की भी कुछ नियम है जिनका पालन करना जरूरी है ताकि किसी तरह का दोष ना लगे। अगर आप भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो चलिए हम आपको रुद्राक्ष की माला से जाप करने के नियम बताते हैं।

शिवजी और हनुमान जी की आराधना

रुद्राक्ष को भगवान भोलेनाथ से जोड़कर देखा जाता है। भोलेनाथ के भक्त अक्सर रुद्राक्ष धारण भी करते हैं और इसी की माला से प्रभु का नाम भी जपते हैं। रुद्राक्ष की माला से भोलेनाथ के अलावा हनुमान जी की आराधना भी की जा सकती है।

क्या कहते हैं ज्योतिष नियम (Astro Rules)

  • रुद्राक्ष की माला का जाप करते समय मोतियों को तर्जनी उंगली पर रखते हुए आगे बढ़ना चाहिए। एक-एक मोती पर नाम जपते जाएं और माला आगे बढ़ाते जाएं।
  • शैव्य मंत्रों में तर्जनी उंगली से माला को आगे बढ़ते हुए जाप करना बहुत शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस तरह से माल करता है उसे हितकारी परिणाम प्राप्त होते हैं।
  • जैसे हम रुद्राक्ष को धारण करने से पहले उसे गंगाजल या फिर दूध में डुबोकर रखते हैं उसके बाद पहनते हैं। इसी तरह से जाप करने से पहले भी माल को शुद्ध कर लेना चाहिए।
  • आप जिस माला से जाप कर रहे हैं अगर उसमें 11, 21, 51 और 108 रुद्राक्ष है, तो जाप करते समय आपको अपने दूसरे हाथ के अंगूठे और तर्जनी को मिलाकर रखना चाहिए।
  • चलते-फिरते कभी भी रुद्राक्ष की माला से जाप ना करें। बिना स्नान किए कभी भी इस माला को नहीं छूना चाहिए।
  • जाप करते समय रुद्राक्ष की माला का स्थान छाती से ऊपर हृदय के समीप होना चाहिए। ऐसा करना बहुत शुभ माना गया है।
  • अगर आप 108 बार माला जाप कर रहे हैं तो आपको संकल्प लेना चाहिए और अपना दूसरा हाथ माला वाले हाथ के नीचे रखना चाहिए।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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