Kartik Purnima 2023 : पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना, ध्यान और व्रत करने के लिए विशेष माना जाता है। भगवान विष्णु के व्रत के रूप में पूर्णिमा के दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन लोग विष्णु भगवान की पूजा करते हैं, मंत्र जाप करते हैं और उनके चालीसा या कथा का पाठ करते हैं। यह व्रत भक्ति और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। इसी कड़ी में 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी। तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजन विधि विस्तार से…
शुभ मुहूर्त
कार्तिक महीने की पूर्णिमा तिथि 26 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगा और 27 नंवबर को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगा। इसलिए तिथि के अनुसार, 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी।
पूजन विधि
- सबसे पहले पूजा के लिए स्नान करें।
- फिर एक शुद्ध स्थान पर विष्णु भगवान की मूर्ति या चित्र रखें।
- जहां पर आसन स्थापित करें।
- जिसके बाद विष्णु भगवान को अवहन करें।
- उनकी मूर्ति के सामने बैठें और भक्ति भाव से उनकी पूजा करें।
- मंत्रों का जाप करें और ध्यान करें।
- फिर फल, प्रसाद, ताम्बूल और नैवेद्य अर्पित करें।
- फिर भगवान विष्णु की आरती गाएं।
- पूजा के अंत में विष्णु भगवान का आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।
जरूर करें ये काम
पूर्णिमा के दिन दान और शुभ कार्यों का महत्त्व होता है। यह दिन सात्विकता, ध्यान और धार्मिक शुद्धता का प्रतीक होता है। इस दिन दान करना धार्मिक शास्त्रों में श्रेष्ठ कर्मों में से एक माना जाता है। इस दौरान सफेद वस्तुओं का दान करने से शुभ फल मिल सकता है। पूर्णिमा के दिन घर में दीपों का जलाकर उन्हें सभी दिशा में रखने से व्यक्ति को आत्मिक शांति और सुख की प्राप्ति होती है।
भूलकर भी ना करें ये काम
कार्तिक पूर्णिमा के दिन धार्मिक और आध्यात्मिक शुभ संकल्पों के साथ सात्विकता बनाए रखना चाहिए। इस दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते को नहीं तोड़ना चाहिए। इसके अलावा, सात्विक भोजन करना चाहिए। वहीं, अशुभ वस्त्र नहीं पहनना चाहिए यानि कि साफ धोए हुए कपड़े ही पहनना चाहिए। यहां तक कि शराब और मांसाहारी आहार से बचना चाहिए।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)