Garuda Purana: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण पौराणिक ग्रंथों में से एक है जो महाभारत के अंतर्गत आता है। इस पुराण को भगवान विष्णु के भक्त और वाहन गरुड़ के बारे में बताया गया है। गरुड़ पुराण में भगवान की महिमा लीलाएं धर्म नैतिकता और जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया है। गरुड़ पुराण में श्री हरि विष्णु द्वारा मनुष्य के कर्मों के अनुसार मिलने वाले फल, लोक और जन्म आदि के बारे में बताया गया है।
गरुड़ पुराण केवल पाप और पुण्य तक ही सीमित नहीं है। गरुड़ पुराण में बताई गई महत्वपूर्ण बातों को अपनाकर व्यक्ति जीवन बेहतर बना सकता है। गरुड़ पुराण में बताई गई बातें अच्छे कार्य करने की प्रेरणा देती है। जिससे कि मनुष्य सुखद जीवन जी सके। इसमें बताई गई बातों और कामों को जानकार मनुष्य कभी हार नही मानता, क्योंकि यह काम मुश्किल परिस्थिति से निकलने में मदद करते हैं और सफलता के मार्ग पर ले जाते हैं। इसके चलते आज हम इस लेख के द्वारा गरुड़ पुराण में बताई गई उन बातों के बारे में जानेंगे, जिन्हें अपनाने से मनुष्य अपना जीवन बेहतर ढंग से जी सकता है, तो चलिए जानते हैं।
सात्विक भोजन
आजकल सात्विक भोजन को मरीजों का भोजन बोला जाता है, इसलिए लोग इस भोजन को नजरअंदाज कर तेल, मसाले वाला भोजन खाना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन ज्यादा तेल मसाले वाले भोजन का सेवन करने कई प्रकार के रोग हो सकते हैं। गरुड़ पुराण में कहा गया है कि भोजन ही व्यक्ति को स्वस्थ रखता है और बीमार भी बनाता है। इसलिए गरुड़ पुराण की कई बातों को ध्यान में रखते हुए संतुलित आहार ही लेना चाहिए।
भगवान विष्णु की पूजा
गरुड़ पुराण में इस बात का वर्णन किया गया है कि जो लोग अपने दिन की शुरूआत भगवान विष्णु के नाम और भक्ति से करते हैं, उन्हें जीवन के हर मार्ग पर सफलता मिलती है। इसलिए रोज दिन की शुरूआत भगवान विष्णु के नाम और उनकी पूजा के साथ करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और भक्तों के दुखों का नाश कर उन्हें सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
भगवान को भोग लगाएं
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जिस घर में भोजन बनने के बाद सबसे पहले भगवान को अर्पित किया जाता है, उस घर में कभी भी धन-दौलत की कमी नहीं होती है। लेकिन भगवान को भोग लगाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें की लहसुन-प्याज और ज्यादा मसालेदार भोजन का भोग भगवान को ना लगाएं।
एकादशी व्रत
गरुड़ पुराण एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। इस व्रत को सर्वश्रेष्ठ व्रत माना गया है। प्रत्येक एकादशी के दिन श्रद्धा-भाव से व्रत रखने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। जीवन में आ रही सारी परेशानियां टल जाती है। एकादशी के व्रत के दिन जुआ खेलना, हिंसा करना, मांसाहार भोजन करना, मदिरा पान करना, चावल खाना और दूसरों की बुराई करना आदि चीजों से बचना चाहिए।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)