आजकल लोग तरक्की (Success) के लिए बहुत कुछ कर जाते है लेकिन उसके बाद भी उनके हाथ कुछ नहीं लग पाता है। इसके लिए बाद में लोग ज्योतिष शास्त्र का भी सहारा लेते है। वहीं कुछ लोग बिना किसी की सलाह लिए बीएस बातचीत सुनकर ही कुछ भी पहन लेते है। ऐसे में अगर आप भी बिना किसी की सलाह लेकर कोई रत्न धारण कर रहे है तो आज ही जान लें ये नियम।
अजवाइन के इन 3 असरदार नुस्खों से मिनटों में दूर होगा सरदर्द, जानें फायदे
दरअसल, रत्न (gemstones) धारण करने से पहले कुछ नियमों का जानना बेहद जरुरी होता है। अगर बिना नियम के इन्हे धारण कर लिया जाए या बिना किसी की सलाह लिए इन्हें धारण कर लिया जाए तो इससे काफी बड़ा नुकसान हो सकता है साथ ही धन हानि भी हो सकती है। इसलिए जरूर जानें ज्योतिष शास्त्र में बताए गए इन नियमों (Rules) के बारे में –
ये है वो 10 नियम –
- हमेशा रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह लेना चाहिए।
- नकली रत्न कभी धारण नहीं करना चाहिए। रत्न धारण करना है तो असली ख़रीदे।
- एक बार पहनने के बाद इन्हें बार-बार ना उतारें। बार-बार उतराने की वजह से जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
- इसके अलावा हमेशा इस बात का ध्यान रखें की आप कभी भी खंडित रत्न का धारण न करें। ये अशुभ माना जाता है।
- वहीं अगर आपके रत्न का रंग उतर गया है या फीका पड़ गया है तो उसे तुरंत उतर दे।
- हमेशा ये बात ध्यान रखें कि रत्न धारण कर रहे है तो उसका त्वचा से स्पर्श होना जरूरी है। तब ही लाभ मिलता है।
- मन्त्रों के उच्चारण से रत्न को शुद्ध कर ही धारण करना चाहिए।
- आपका पहना हुआ रत्न दूसरे को पहनने ना दे। और आप भी किसी दूसरे का रत्न धारण ना करें।
- जिस धातु में उसे पहना जा सकता है हमेशा उसी में इसे धारण करना चाहिए।
- अधिकतर नीलम व हीरा व्यक्ति को सूट नहीं करता है। इसे ज्योतिष की सलाह के बिना नहीं पहनना चाहिए।
- अमावस्या, ग्रहण और संक्रान्ति के दिन भी रत्न धारण भूलकर भी ना करें।