खंडवा, सुशील विधाणी। 13 नवंबर को धन तेरस और दीपावली महापर्व इस बार शनिवार यानी 14 नवंबर को आने से ये तंत्र यंत्र पूजा के लिए खास रहेगा। इस बार लक्ष्मीपूजन पर कई सारे शुभ योग बन रहे है, जिसमे लक्ष्मी नारायण के पूजन करने से अनन्त गुणा फल की प्राप्ति होगी।
मां शीतला संस्कृत पाठशाला के आचार्य अंकित मार्कण्डेय जी ने बताया कि इस दीपावली पर आनन्दादि सिध्दि योग, साथ ही सूर्य चन्द्रमा तुला राशि में , गुरु ग्रह बृहस्पति अपनी राशि धनु में और शनि अपनी राशि मकर में रहेगे। शुक्र ग्रह कन्या राशि में नीच का रहेगा। गुरु और शनि व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाले कारक ग्रह माने जाते हैं। ये दो ग्रह दीपावली पर अपनी राशि में होने से धन संबंधी कामों में कई बड़ी उपलब्धि मिलने का समय रहेगा।
14 नवंबर को चतुर्दशी तिथि दोपहर 02:17 बजे तक रहेगी। उसके बाद से अमावस्या तिथि शुरू हो जाएगी। दीपावली पर लक्ष्मी पूजा खासतौर पर संध्या काल और रात में की जाती है इसलिए 14 नवंबर को ही दीपावली मनाई जाएगी । 15 नवंबर को अमावस्या तिथि सुबह 10.36 तक ही रहेगी। इसीलिए दीपावली 14 नवंबर को मनाया जाना श्रेष्ठ है। 15 तारीख को स्नान-दान की अमावस्या मनाई जाएगी।
शनि अपनी राशि मकर में रहेगा, शनिवार और अमावस्या का योग भी रहेगा। इस योग में दीपावली पर तंत्र-यंत्र पूजा करने का शुभ दिन है। दीपावली से पहले धनतेरस पर अबूझ मुहूर्त वाला दिन माना जाता है, इस बार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी,13 नवम्बर धनतेरस पर विशेष योग बन रहा है। प्रदोष काल में पूजा-अर्चना करने से विशेष लाभ प्राप्त होने के साथ धन, वैभव में वृद्घि होगी। धनतेरस पर लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति जरूर खरीदें। फिर दिवाली के दिन इनकी विधिवत पूजा करे
आचार्य अंकित मार्कण्डेय जी के अनुसार
13 नवंबर को धनतेरस चित्रा नक्षत्र प्रीति योग के साथ है । 12 नवंबर सुबह 09:30से त्रयोदशी तिथि प्रारंभ हो जाएगी जो 13 नवंबर सांय 05:39तक रहेगी , पश्चात चतुर्दशी प्रारंभ हो जाएगी। 13 नवंबर शक्रवार धनतेरस होने से गादी बिछाने व स्वास्थ्य के देवता भगवान धनवंतरी की पूजा भी करने का विधान है। गादी बिछाने व पूजन का मुहूर्त इस प्रकार है। सुबह 8.02 से 9.25 तक लाभ व अमृत 9.25 से 10.48 तक रहेगा। शुभ का चौघडि़या दोपहर 12.11 से 13.34 तक रहेगा इस समय गादी बिछाने के लिए समय उत्तम है। पूजन के लिए समय
शाम 16.19 से 17.42 तक
आप अपनी सुविधानुसार इस समय भी गादी बिछा सकते हैं। धनतेरस के मौके पर ज्यादातर लोग सोना-चांदी, खरीदते है, धनतेरस पर आरोग्य के देवता धन्वंतरी की पूजा-अर्चना की जाती है
11 नवंबर: रामा एकादशी इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र होने से वृद्धि देने वाला वर्धमान योग बनेगा। इस मे खरीदारी शुभ होगी।
12 नवंबर: गोवत्स द्वादशी
13 नवंबर: इस दिन धनतेरस पर्व रहेगा। खरीदारी के लिए इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इस दिन प्रदोष व चित्रा नक्षत्र, प्रीति योग रहेगा। इस दिन वाहन, भूमि, भवन, आभूषण व वस्त्र आदि की खरीदारी करना मंगलकारी रहेगा।
14 नवंबर: दीपावली पर आनन्दादि सिध्दि योग, सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा