Ratna Shastra: हर व्यक्ति के जीवन पर ग्रह नक्षत्र की स्थिति का सबसे गहरा असर होता है। व्यक्ति जीवन में जिन भी परिस्थितियों का सामना करता है। चाहे वह अनुकूल हो या फिर विपरीत वह सब कुछ ग्रहों की वजह से ही उत्पन्न होती है। कई बार विपरीत परिस्थितियों की वजह से व्यक्ति परेशानी का सामना करता है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे रत्नों के बारे में बता रहे हैं, जिनका उल्लेख रत्न शास्त्र में दिया गया है।
आज हम जिस रत्न के बारे में बात करने वाले हैं वह विशेष तौर पर अप्रैल माह में जन्मे लोगों के लिए है। हम बात कर रहे हैं हीरे की जो अप्रैल में जन्म लेने वाले लोगों का बर्थ स्टोन कहलाता है। हालांकि बिना ज्योतिष की सलाह लिए कोई भी रत्न धारण नहीं करना चाहिए। चलिए आज हम आपको हीरे के बारे में बताते हैं।
हीरा पहनने के नियम
- हीरा धारण करते समय कुछ नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। ध्यान रखें कि इसे हमेशा प्लैटिनम और चांदी की अंगूठी में पहना जाता है।
- यह शुक्र ग्रह से जुड़ा हुआ रत्न है इसीलिए इसे शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को पहनना चाहिए।
- पहनने से पहले इसे अभिमंत्रित करना बिल्कुल ना भूले। इसे हमेशा कच्चे दूध और गंगाजल में डूबा कर रखें और फिर धारण करें।
- इसे अनामिका उंगली में पहनना शुभ माना जाता है।
हीरे से होने वाले लाभ
- हीरा एक ऐसा रत्न है, जो व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि करता है।
- जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में परेशानी आ रही है या फिर उनका विवाह नहीं हो रहा है। उनके लिए यह काफी शुभ है।
- कुंडली में शुक्र ग्रह की कमजोर स्थिति को मजबूत बनाने के लिए इसे धारण करना शुभ माना गया है।
- हीरा पहनने से व्यक्ति की प्रेम संबंध प्रगाढ़ होते हैं और रिश्ते में मजबूती आती है।
- अगर मेहनत के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही है, तो यह रत्न आपकी इस समस्या को दूर कर देगा।
- इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति हमेशा खुश रहता है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।