भादो का अंतिम प्रदोष व्रत 15 सितंबर को, बनेंगे अद्भुत योग, ऐसे करें शिव पूजा, जरूर आजमाएं ये 3 उपाय, होगा लाभ ही लाभ

रवि प्रदोष व्रत 15 सितंबर को रखा जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त पूजा का शुभ मुहूर्त 15 सितंबर शाम 6:26 से लेकर रात 8:46 बजे तक है।

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Pradosh Vrat 2024: हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का बेहद ही खास महत्व होता है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा अराधना की जाती है। प्रदोष व्रत रखने से रोगों से मुक्ति मिलती है। दीर्घायु का वरदान मिलता है। जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है। भाद्रपद माह का अंतिम प्रदोष व्रत 15 सितंबर को रखा जाएगा।

15 सितंबर शाम 6:12 बजे त्रयोदशी तिथि पर आरंभ होगा। 16 सितंबर दोपहर 3:10 बजे इसका समापन होगा। उदयातिथि के अनुसार रवि प्रदोष व्रत 15 सितंबर को रखा जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त पूजा का शुभ मुहूर्त 15 सितंबर शाम 6:26 से लेकर रात 8:46 बजे तक है। इस दौरान कई अद्भुत योग बन रहे हैं। सुकर्मा और अतिगंड योग के साथ स्वर्णा  और धनिष्ठा नक्षत्रका निर्माण हो रहा है।

ऐसे करें पूजा (Ravi Pradosh Vrat Puja Vidhi)


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Manisha Kumari Pandey

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