Vastu Tips for Ganesha Idol : सनातन धर्म में भगवान गणेश (गणपति बप्पा) का विशेष दर्जा है। उन्हें विघ्नहर्ता और सिद्धिदाता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले गणपति बप्पा की विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। उनकी पूजा से जीवन में आने वाले सारे दुख, कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं। उन्हें ज्ञान और बुद्धि का देवता भी कहा जाता है। जिनकी कृपा से धन और समृद्धि आती है।
कई लोग भगवान गणेश की मूर्ति को नए साल पर घर लाते हैं। गणेश जी की मूर्ति घर पर स्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है। अगर आप भी इस खास मौके पर गणपति बप्पा की मूर्ति लाने की सोच रहे हैं, तो उससे पहले वास्तु शास्त्र में बताएं गए नियमों को अवश्य जान लें।
जानें वास्तु नियम
वास्तु शास्त्र में घर, ऑफिस से लेकर मंदिर, वाहन आदि को लेकर बहुत से नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन न करने पर वास्तु दोष उत्पन्न होता है, लेकिन यदि आप वास्तु नियमों का पालन करते हैं, तो मानसिक शांति आती है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती है। इसके अलावा, माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। जिनकी कृपा से आर्थिक संकट खत्म होता है।
दिशा का रखें ख्याल
ऐसे में यदि आप नए साल के दिन घर में गणपति बप्पा की मूर्ति लाना चाहते हैं, तो वास्तु शास्त्र के अनुसार उन्हें उत्तर-पूरब दिशा में विराजमान करें। ऐसा करने से जीवन में खुशहाली की बौछार होगी। साथ ही बिजनेस में तरक्की होगा। वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार, घर में भगवान गणेश की मूर्ति को भूलकर भी दक्षिण दिशा में न रखें। इससे माता लक्ष्मी भी नाराज हो जाती हैं। इसके बाद जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने अपने शरीर के उबटन से भगवान गणेश को बनाया था, जिन्हें भगवान शिव के क्रोध का शिकार होना पड़ा था। जब उन्होंने गणपति बप्पा का सिर काट दिया था। बाद में, उन्होंने माता पार्वती के कहने पर हाथी का सिर लगाकर उन्हें जीवनदान दिया। इसके बाद सभी देवी-देवताओं ने गजानन को यह आशीर्वाद दिया कि वे किसी भी मांगलिक कार्य में सबसे पहले पूजे जाएंगे।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)