मन की शांति के लिए कभी-कभी रिश्ते से दूरी बनाना होता है जरूरी, पढ़ें Gita Updesh के अनमोल वचन

इस ग्रंथ में इंसान को कर्म योग, भक्ति योग और ज्ञान योग को जानने का मौका मिलता है। इसमें मोक्ष प्राप्ति के भी मार्ग बताए गए हैं। वहीं, भगवान श्री कृष्ण ने ऐसी बहुत सी बातें बताई है, जिन्हें हर एक इंसान को अपनाना चाहिए।

Gita Updesh : हम सभी बचपन से श्रीमद्भगवद्गीता के बारे में सुनते आ रहे हैं जो सनातन धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। बता दें की यह ग्रंथ भगवान श्री कृष्णा और अर्जुन के बीच हुए संवाद का विस्तृत वर्णन है। जिसमें कुल 800 अध्याय और 700 श्लोक हैं, जिसे संस्कृत भाषा में लिखा गया था, लेकिन अब यह हिंदी, अंग्रेजी, नेपाली, फ्रेंच, तमिल, मराठी आदि कई अन्य भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। दरअसल, यह युद्ध अपनों के बीच ही लड़ा गया था। ऐसे में अर्जुन अपनों के खिलाफ शस्त्र उठाने में थोड़ा संकोच कर रहा था, लेकिन यह युद्ध धर्म और धर्म के बीच लड़ी जानी थी। इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के मान की दुविधा को खत्म करने के लिए गीता का उपदेश दिया। जिसमें उन्होंने जीवन के रहस्य को बताया। साथ ही विश्व रूप प्रकट कर बहुत सी बातें बताई। जिसके बाद अर्जुन ने युद्ध प्रारंभ किया। इस ग्रंथ में इंसान को कर्म योग, भक्ति योग और ज्ञान योग को जानने का मौका मिलता है। इसमें मोक्ष प्राप्ति के भी मार्ग बताए गए हैं। वहीं, भगवान श्री कृष्ण ने ऐसी बहुत सी बातें बताई है, जिन्हें हर एक इंसान को अपनाना चाहिए। जिससे वह एक आदर्श पुरुष बन सके। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको गीता उपदेश के कुछ अनमोल वचन बताएंगे। आइए जानते हैं विस्तार से…

मन की शांति के लिए कभी-कभी रिश्ते से दूरी बनाना होता है जरूरी, पढ़ें Gita Updesh के अनमोल वचन


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।