राम जन्मभूमि संघर्ष की कहानी कैलाश की ज़ुबानी, बोले मुगलों ने हमेशा पीठ में छुरा भौंका

Rishabh Namdev
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Janmbhoomi Sangharsh: कैलाश विजयवर्गीय ने आज जन्मभूमि संघर्ष वीडियो श्रृंखला के बारे में एक और वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि मुगलों ने हमेशा भारतीय योद्धाओं के साथ गद्दारी की है और हमेशा पीठ में छुरा भोंका है।

कैलाश विजयवर्गीय ने इस वीडियो के माध्यम से राम मंदिर संघर्ष की कहानी सुनाते हुए कहा कि ‘मुगलों ने हमेशा पीठ में छुरा भोंका है। उन्होंने बताया कि 18 वीं सदी में जब अफगानियों ने अयोध्या के राजा शुजाउद्दौला के ऊपर हमला करने की कोशिश की, तब पेशवा सेनापति राघोबा के पास मुगल साम्राज्य के लोग गए और कहा कि हमारी मदद करो।

 

इस पर राघोबा दादा ने एक ही बात कही कि यदि राम जन्मभूमि और कृष्ण जन्मभूमि यदि आप मुक्त कर देंगे तो हम आपकी मदद करेंगे। वे इस बात राज़ी हो गए, उन्होंने कहा कि युद्ध के बाद हम दोनों जन्मभूमि मुक्त कर देंगे। इसके बाद जब मुगलों ने मराठों की मदद से अफगानों को पराजित किया।

लेकिन इसके बाद मुगलों ने अपनी वास्तविकता बताई और मराठों पर भी हमला कर दिया।

कैलाश ने अपनी इस कहानी में मराठा योद्धाओं के योगदान को भी याद किया और बताया कि कैसे इतिहास में इस संघर्ष की महत्ता अत्यधिक है क्योंकि मराठों पर मुगलों के प्रतिघात के बाद भी मराठा योद्धाओं ने कैसे मुगलों और अफगानों को पराजित किया और धूल चटाई।

इस वीडियो सीरीज के माध्यम से कैलाश विजयवर्गीय ने जन्मभूमि संघर्ष के सारे पहलुओं को समझाया है और इसे भारतीय इतिहास की अद्वितीय कहानी माना है।

इसी के साथ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ’22 जनवरी का दिन आ रहा है, यह दिन सभी क्रांतिवीरों, बलिदानियों के लिए श्रृद्धांजलि का दिन है। यह दिन हम सभी भारतीयों के लिए गर्व करने का दिन है, और इसलिए इस दिन हमें बहुत धमाकेदार दीवाली मनाना चाहिए’।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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