हिन्दू धर्म में वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) का विशेष महत्व है, पहले के ज़माने के लोग वास्तु शास्त्र को बहुत मानते थे. लेकिन जैसे-जैसे जनरेशन बदल रही है वैसे-वैसे लोग वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र से दूर जाते जा रहे हैं. बहुत कम लोग ही जानते हैं कि वास्तु शास्त्र हिन्दू धर्म का एक ऐसा अहम हिस्सा है जो हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह और समृद्धि के लिए बहुत ही ज़रूरी माना जाता है.
कई लोगों को यह ग़लतफ़हमी रहती है कि वास्तु शास्त्र का महत्व से घर और या फिर भवन के दौरान ही रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है घर बनने के बाद भी घर में रखी गई वस्तुओं को लेकर भी वास्तु शास्त्र में कई नियम बताए गए हैं.
वास्तु शास्त्र का महत्व (Vastu Tips)
अगर हम वास्तु शास्त्र के बताए गए नियमों का पालन करते हैं, तो हमें कभी भी किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. कई बार हमारी कई परेशानियों का कारण वास्तु दोष हो सकता है. वास्तु दोष लगने के कारण बार बार असफलता मिलना, मेहनत के बाद भी एग्ज़ाम में एक दो नंबर से रह जाना, कड़ी मेहनत के बाद भी तरक़्क़ी नहीं मिल पाना, बार बार तबियत का ख़राब होना आदी समस्याएं हो सकती है.
मंदिर से जुड़ा वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra)
वास्तु शास्त्र में घर है के हर एक कमरे जैसे की बेडरूम , ड्रॉइंग रूम, डाइनिंग रूम , बाथरूम , किचन और घर के मंदिर से जुड़े कई नियम बताए गए हैं. आज हम ख़ास तौर घर के मंदिर से जुड़े नियमों के बारे में जानेंगे. इस आर्टिकल में आज हम जानेंगे कि ऐसी कौन कौन सी चीज़ें हैं जिन्हें घर के मंदिर में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए.
बड़ा शिवलिंग
घर के मंदिर में लोग कई तरह के भगवान रखते हैं, इसी के चलते शिवलिंग भी रखा जाता है. लेकिन लोग कई बार बड़े आकार का शिवलिंग अपने घर के मंदिर में रख देते हैं, जो कि वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है. घर के मंदिर में हमेशा छोटे आकार का शिवलिंग ही रखना चाहिए.
दो शंख रखना वर्जित
हिन्दू धर्म में शंख का विशेष महत्व है, शंख को शुभता , समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है. कई बार लोग अपने घर यह मंदिर में 1 से ज़्यादा शंख रख देते हैं, जोकि वास्तु के अनुसार अच्छा नहीं माना जाता है. घर के मंदिर में हमेशा एक ही शंख रखना चाहिए.
इस तरह की मूर्ति और तस्वीर न रखें
आजकल जैसे की बाज़ारों में देखा जाता है कुछ देवी देवताओं की मूर्तियाँ या फिर तस्वीरें रौद्र और भयावह रूप में नज़र आती है. ख़ासतौर पर हनुमान जी , शिवजी और माँ दुर्गा की तस्वीरें रौद्र रूप में बाज़ारों में मिलती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार इस तरह की तस्वीरों को अपने घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए, मंदिर में हमेशा देवी-देवताओं की मुस्कुराती हुई तस्वीर या मूर्ति रखना चाहिए.
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।