ICC New Rule: T20 विश्व कप को लेकर ICC ने लागू किए कड़े नियम, गलती पर लगेगी की इतने रनों की पेनॉल्टी

T20 विश्व कप 2024 के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों के लिए रिजर्व डे रखा गया है। जिसके तहत अगर ये दोनों मैच किसी भी कारण से तयशुदा तारीख को रद्द हो जाएंगे।

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ICC New Rule For T20 WC 2024: T20 विश्व कप 2024 का आगाज जून महीने से हो जाएगा। इस बार विश्व कप का आयोजन यूएसए और वेस्टइंडीज में होने वाला है। इसी बीच इंटरनेशनल क्रिकेट कारउंसिल (ICC) की तरफ से मैच में नया नियम लागू कर दिया है। वहीं इस नियम के लागू होने से बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा देखने को मिल सकता है।

ये है नया नियम

ICC ने T20 विश्व कप 2024 के शुरू होने से पहले एक नया नियम लागू कर दिया है। यह नया नियम स्टॉप क्लॉक रूल है, जिसके तहत मैच को तयशुदा समय में खत्म करने में मदद मिलेगी। इस नियम के आधार पर अब ओवरों के डालने के बीच महज 1 मिनट का अंतर दिया जाएगा। मतलब कि अगर कोई ओवर खत्म होता है तो दूसरा डाले जाना ओवर एक मिनट के अंदर ही शुरू हो जानी चाहिए। वहीं अगर ऐसा नहीं होता है तो गेंदबाजी टीम को पेनॉल्टी लगेगी।

5 रनों की लगेगी पेनॉल्टी

T20 विश्व कप 2024 से पहले ICC ने नियम बदलकर कड़े नियम लागू कर दिए हैं। वहीं इस नियम का सीधा फायदा बल्लेबाजी करने वाली टीम को मिल सकता है। बता दें दूसरे ओवर की शुरूआत 1 मिनट में ना शुरू होने पर 5 रनों की पेनॉल्टी लगेगी। हालांकि यह पेनॉल्टी तीसरी गलती पर लगेगी। पहली और दूसरी गलती पर टीम को वार्निंग देकर छोड़ दिया जाएगा। तीसरी गलती पर इस नियम को लागू कर दिया जाएगा।

इन मैचों के लिए रखा गया रिजर्व डे

वहीं T20 विश्व कप 2024 के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबलों के लिए रिजर्व डे रखा गया है। जिसके तहत अगर ये दोनों मैच किसी भी कारण से तयशुदा तारीख को रद्द हो जाएंगे तो उस मुकाबले को तय रिजर्व डे के दिन खेला जाएगा।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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