Ind vs Eng: टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे बड़ी जीत, इंग्लैंड को 434 रनों से हराया, सीरीज में बनाई 2-1 की बढ़त

इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे मुकाबले में भारत की तरफ से यशस्वी, शुभमन और सरफराज खान ने बेहतरीन पारी खेली। तीनों बल्लेबाजों के बदौलत 545 रनों का विशाल लक्ष्य इंग्लैंड के सामने खड़ा करने में सफलता मिली।

Shashank Baranwal
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Ind vs Eng: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। जिसका तीसरा मुकाबले में राजकोट में खेला गया। भारत ने चौथे ही दिन इंग्लैंड को 434 रनों से हारकर ऐतिहासिक जीत हासिल कर ली है। इस जीत के साथ भारत ने सीरीज में 2-1 से बढ़त दर्ज कर ली है। बता दें भारत ने इंग्लैंड को 557 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसका पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम चौथे ही दिन 122 रनों पर ही ऑलआउट हो गई।

भारत ने हासिल की सबसे बड़ी जीत

इंग्लैंड को तीसरे मुकाबले में भारत ने 445 रनों से हराकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है। अभी तक टेस्ट क्रिकेट में भारत की यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 372 रनों की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी।

टेस्ट क्रिकेट में अब तक की सबसे बड़ी जीत

  • भारत बनाम इंगैंड- 445 रन- 2024
  • भारत बनाम न्यूजींलैंड- 372 रन- 2021
  • भारत बनाम साउथ अफ्रीका- 337 रन- 2015
  • भारत बनाम न्यूजीलैंड- 321 रन- 2016
  • भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया- 320 रन- 2008

यशस्वी, शुभमन और सरफराज ने खेली बेहतरीन पारी

इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे मुकाबले में भारत की तरफ से यशस्वी, शुभमन और सरफराज खान ने बेहतरीन पारी खेली। तीनों बल्लेबाजों के बदौलत 545 रनों का विशाल लक्ष्य इंग्लैंड के सामने खड़ा करने में सफलता मिली। जहां यशस्वी जायसवाल ने 214 रनों की नाबाद पारी खेली। वहीं शुभमन गिल ने 91 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। जबकि सरफराज खान ने 68 रनों की नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली। बता दें भारत ने 430 रनों पर ही 4 विकेट गंवाकर पारी को समाप्त कर दिया था।

रविंद्र जड़ेजा ने झटके 5 विकेट

इंगलैंड को दूसरी पारी में घुटने टेकने पर मजबूर करने में रविंद्र जड़ेजा ने अहम किरदार निभाया। इस दौरान जड़ेजा ने सबसे ज्यादा 5 विकेट हासिल किए। वहीं कुलदीप यादव ने 2 विकेट झटके। जबकि जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन को 1-1 विकेट चटकाए।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।