Ranji Trophy 2024: शार्दुल ठाकुर ने बल्ले से किया कमाल, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगाया शतक

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर का बल्ला नही चल पाया। इस दौरान अजिंक्य रहाणे ने 67 गेंदों में 2 चौके की मदद से 19 रन बनाए। वहीं श्रेयस अय्यर 8 गेंदों में 3 रन बनाए।

Shardul Thakur

Ranji Trophy 2024: रणजी ट्राफी 2024 का आखिरी दौर चल रहा है। जहां मुंबई और तमिलनाडु के बीच ट्राफी का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेला। इस मैच में मुंबई की तरफ से खेल रहे शार्दुल ठाकुर ने कमाल की पारी खेली। जिसके कारण शार्दुल ठाकुर ने एक उपलब्धि हासिल कर ली है। इस दौरान शार्दुल ने अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का पहला शतक जड़ा है।

रणजी ट्राफी में जड़ा शानदार शतक

भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले शार्दुल ठाकुर ने रणजी ट्राफी में मुंबई की तरफ से खेल रहे हैं। जहां मुंबई और तमिलनाडु के बीच ट्राफी का दूसरा सेमीफाइनल मैच खेला जा रहा है। इस दौरान शार्दुल ने पहली पारी में शानदार शतक जड़ा। जिसमें शार्दुल ठाकुर ने 105 गेंदों में 4 छक्के और 13 चौके की मदद से 109 रनों की शतकीय पारी खेली। इसके साथ ही शार्दुल ने पहली पारी में 2 विकेट हासिल करने में भी सफल रहे हैं।

ये रहा मैच का हाल

तमिलनाडु ने सेमीफाइनल मुकाबले के पहली पारी में 146 रनों पर ऑलआउट हो गई। वहीं दूसरे दिन मुंबई 106 रनों पर 7 विकेट खो चुकी थी। लेकिन शार्दुल ठाकुर की शतकीय पारी के बदौलत टीम ने विशाल स्कोरबोर्ड खड़ा करने में कामयाब हो गई। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मुंबई की टीम ने 9 विकेट खोकर 353 रन बनाने में कामयाब हो चुकी है।

अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर का नहीं चला बल्ला

वहीं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर का बल्ला नही चल पाया। इस दौरान अजिंक्य रहाणे ने 67 गेंदों में 2 चौके की मदद से 19 रन बनाए। वहीं श्रेयस अय्यर 8 गेंदों में 3 रन बनाए।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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