Apple Logo Story: जब भी बात सबसे चर्चित कंपनी की होती है, तो सबसे पहले एप्पल का नाम आता है। दरअसल एप्पल ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। दरअसल कमाई के मामले में भी एप्पल काफी बड़ी कंपनी है। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन कंपनी एक मिनट में करीब 3.58 करोड़ रुपये का कारोबार करती है, जो इसकी वित्तीय महाशक्ति को दर्शाता है।
वहीं इस कंपनी के इतिहास की बात की जाए तो इस कंपनी की शुरुआत 1976 में हुई थी। दरअसल इसे स्टीव जॉब्स और उनके दो साथियों ने शुरू किया था, और तब से लेकर अब तक एप्पल ने लाखों करोड़ों रुपये की कमाई की है। हालांकि, एप्पल की जब भी बात आती है तो अक्सर इसके लोगो को लेकर लोगों में चर्चा होती है कि आखिर इसका लोगो कटा हुआ ही क्यों होता है? तो चलिए आज, इस आइकॉनिक लोगो के पीछे की कहानी को समझते हैं।
कटा हुआ एप्पल नहीं है कंपनी का लोगो?
दरअसल आपको बता दें कि पहले, एप्पल का लोगो एक कटा हुआ सेब नहीं था, बल्कि कंपनी ने ग्रेविटेशनल फोर्स का अविष्कार करने वाले महान वैज्ञानिक आइज़ैक न्यूटन को अपनी कंपनी का लोगो बनाया था। जानकारी के अनुसार इस लोगो का डिज़ाइन कंपनी के सह-संस्थापक रोनाल्ड वेन ने किया था, जो बाद में कंपनी से अलग हो गए। इसके बाद, एप्पल ने नया लोगो अपनाया, जिसमें आधा खाया हुआ सेब दिखाई देता है। इससे एप्पल के लोगो के पीछे की कहानी पैदा हुई, जिसमें कई अलग-अलग किस्से बताए जाते है।
जानिए इसके पीछे का कारण:
जानकारी के मुताबिक कंपनी के लोगो के बारे में कई अलग-अलग कथाएं हैं, लेकिन डिजाइनर रॉब जैनिफ ने इसका सटीक विवरण दिया है। उन्होंने बताया कि ‘एप्पल के लोगो में एक कटा हुआ सेब का चित्र इसलिए शामिल किया गया है ताकि लोग इसे आसानी से पहचान सकें। अगर लोगो में पूरा सेब होता, तो लोग इसे चेरी या टमाटर समझ सकते थे। इसलिए, उन्होंने कटे हुए सेब को चुना, ताकि एप्पल के लोगो को अन्य फलों से अलग किया जा सके और लोग महसूस कर सकें कि वह इसे खा रहे हैं।’