EV : दस साल पुरानी डीजल गाड़ी को बनाएं इलेक्ट्रिक गाड़ी, बस इतने खर्च में होगा काम

टेक्नोलॉजी, डेस्क रिपोर्ट। दिल्ली सरकार के एक फैसले से उन लोगों में हड़कंप मच गया है जिनकी डीजल कार दस साल से ज्यादा पुरानी है क्यूंकि दिल्ली सरकार ने ऐसी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का फैसला किया है। ये फैसला उन लोगों के लिए मुश्किल बन सकता है जो फिलहाल अपनी पुरानी गाड़ी को बदलने के मूड या स्थिति में नहीं हैं। पर अब यह लोग अपनी पुरानी डीजल गाड़ी को आसानी से इलेक्ट्रिक गाड़ी में बदल सकते हैं, उससे पहले क्या है दिल्ली सरकार का फैसला?

यह भी पढ़ें…UPPSC : इंजीनियरिंग सर्विसेज 2021 के लिए जारी हुआ शेड्यूल, 23 जनवरी से शुरू होगी परीक्षा, जाने नियम और डिटेल्स

जिन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुए दस साल हो चुके हैं या जो गाड़ियां 1 जनवरी 2022 तक दस साल पूरे कर लेंगी, दिल्ली सरकार ने ऐसी गाड़ियों के लिए एक अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का फैसला किया है जिसके आधार पर इन्हें दूसरे राज्यों में रजिस्टर करवाया जा सकता है। अगर यूजर उन्हें दिल्ली में ही चलाना चाहते हैं तो उन्हें इलेक्ट्रिक व्हीकल में कंवर्ट कराने का ऑप्शन दिया गया है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।