कोलकाता। कपड़े धोने के बाद हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द वो सूख जाएं और हम उन्हें अलमारी के हवाले कर दें। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन्हीं गीले कपड़ों से बिजली भी बन सकती है ? जी हां, आईआईटी खड़गपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के शोधकर्ताओं ने धूप में सूखते गीले कपड़ों से बिजली बनाने में कामयाबी हासिल की है। इस तकनीक का प्रयोग धोबी घाट पर 3000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में सूख रहे 50 गीले कपड़ों पर किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में शोधकर्ताओं को लगभग 24 घंटे का समय लगा। इस दौरान एक व्हाइट एलईडी को 1 घंटे से ज्यादा देर तक जलाने के लिए 10 वोल्ट बिजली बनाई गई।
इस प्रयोग को लेकर विभाग के प्रोफेसर चक्रबर्ती का कहना है कि कपड़ों के धागे की बुनावट काफी सघन होती है और इनका सेल्युलोज फाइबर एक तरह का चार्ज उत्पन्न करता है। इसे नमक के घोल में डालने पर यह फाइबर से होकर गुजरता है जिससे आयोनाइज तैयार होता है। आयन्स के लगातार गतिशील रहने से करंट तैयार होता है। जब इस वोल्टेज को किसी बाहरी रजिस्टर से जोड़ते हैं तो छोटे स्तर पर बिजली उत्पन्न होती है। हालांकि ये बिजली बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने के लिए अपर्याप्त है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए ये सहायक साबित हो सकती है