MP Breaking News
Tue, Dec 16, 2025

क्या ग्रुप चैट्स पढ़ सकता है वॉट्सएप का AI सिस्टम? पेटीएम के फाउंडर ने किया बड़ा दावा

Written by:Rishabh Namdev
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने अनोखा दावा किया है। दरअसल, उनके मुताबिक व्हाट्सएप का एआई अब ग्रुप चैट्स को भी पढ़ने में सक्षम है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए यह दावा किया है। हालांकि, इस पोस्ट में उन्होंने इसे ब्लॉक करने का तरीका भी बताया है। चलिए जानते हैं यह तरीका क्या है।
क्या ग्रुप चैट्स पढ़ सकता है वॉट्सएप का AI सिस्टम? पेटीएम के फाउंडर ने किया बड़ा दावा

व्हाट्सएप ने हाल ही में अपनी नई अपडेट जारी की थी, लेकिन अब इन्हें लेकर विवाद खड़ा होता हुआ दिखाई दे रहा है। दरअसल, पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने बड़ा दावा किया है। उनके मुताबिक, व्हाट्सएप का एआई अब ग्रुप चैट्स को पढ़ सकता है। उनके मुताबिक, अगर आप व्हाट्सएप यूज़ कर रहे हैं तो इससे आपको सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने इसे ब्लॉक करने के लिए सेटिंग्स बदलने का तरीका भी बताया है। दरअसल, व्हाट्सएप का हाल ही का अपडेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल को आपकी चैट तक पहुंचाने की अनुमति दे सकता है।

हालांकि, व्हाट्सएप की ओर से इस मामले में सफाई दी गई है। व्हाट्सएप का कहना है कि मेटा एआई का ऑप्शन पूरी तरह से वैकल्पिक है। यानी जब यूजर खुद इसका इस्तेमाल करेगा, तभी यह काम करेगा। ऑटोमेटिक सिस्टम में यह काम नहीं करेगा।

जानिए इसे लेकर व्हाट्सएप ने क्या कहा?

दरअसल, व्हाट्सएप प्रवक्ता की ओर से यह साफ किया गया कि मेटा एआई केवल वही पढ़ सकता है जो यूजर्स उसके साथ शेयर करते हैं। व्हाट्सएप की ओर से बताया गया कि उनकी सभी व्यक्तिगत चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से सुरक्षित हैं। यानी जो मैसेज भेजता है और जिसे मैसेज मिलता है, केवल वे ही उन चैट्स को पढ़ पाते हैं। पेटीएम के फाउंडर के इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद खलबली मच गई है। लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई लोग विजय शेखर शर्मा का धन्यवाद कर रहे हैं कि उन्होंने यह महत्वपूर्ण सेटिंग्स शेयर की है।

कैसे बदल सकते हैं सेटिंग्स?

दरअसल, इसे ब्लॉक करने की सेटिंग्स पर नजर डाली जाए तो आपको सबसे पहले व्हाट्सएप के मेन्यू में जाना होगा, जहां आपको “एडवांस्ड चेक प्राइवेसी” का ऑप्शन दिखाई देगा। इस ऑप्शन को आपको ऑन करना होगा, जिससे आपके सभी चैट्स सुरक्षित रहेंगे। हालांकि, अगर आप इसे ऑफ भी रहने देते हैं तो भी यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन रहेगा। दरअसल, व्हाट्सएप ने “मैसेज समरी” जैसे फीचर्स पेश किए हैं। यह खास फीचर मेटा एआई का उपयोग किए बिना ही लंबी चैट्स का एक सारांश बना देता है। हालांकि, व्हाट्सएप का कहना है कि यह सभी फीचर्स यूजर्स के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए पेश किए गए हैं।