व्हाट्सएप पर शुरू हुए Ads तो यूजर्स हुए नाराज! बोले मेटा ने तोड़ा सबसे बड़ा वादा, जानिए क्या है पूरा मामला?

Meta ने आखिरकार WhatsApp पर विज्ञापन शुरू कर दिए हैं, जिससे यूजर्स गुस्से में हैं। अब Status और Channels टैब में Ads दिखेंगे। हालांकि मेटा का कहना है कि पर्सनल चैट्स में कोई छेड़छाड़ नहीं होगी, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इसे WhatsApp की पहचान खत्म करने वाला फैसला बता रहे हैं।

16 जून को Meta ने आधिकारिक रूप से WhatsApp पर विज्ञापन की शुरुआत का एलान कर दिया है। हालांकि ये Ads आपकी पर्सनल चैट्स में नहीं, बल्कि Updates Tab में नजर आएंगे। यहां यूजर्स अपना Status अपलोड करते हैं और Channels को एक्सप्लोर करते हैं। Meta का कहना है कि ये स्टेप ऐप की मौजूदा प्राइवेसी पॉलिसी से कोई समझौता नहीं करेगा। लेकिन सोशल मीडिया पर यूजर्स इससे खासा नाराज हैं और WhatsApp की “बिना विज्ञापन वाली” पहचान को खत्म करने वाला कदम बता रहे हैं।

वहीं Meta ने साफ किया है कि WhatsApp में विज्ञापन सिर्फ Updates Tab में ही दिखाए जाएंगे, यानी जहां यूजर्स Status स्टोरीज या Channels देखते हैं। कंपनी इसे Instagram Stories जैसे अनुभव से जोड़कर देख रही है। Instagram में स्टोरीज के बीच जो Ads आते हैं, वैसा ही अब WhatsApp में भी दिखेगा।

Ads दिखाकर कंपनी बड़ा रेवेन्यू जनरेट करना चाहती है

दरअसल Meta ने कहा कि दुनिया भर में 1.5 बिलियन लोग रोजाना Updates टैब का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए इसी सेक्शन में Ads दिखाकर कंपनी बड़ा रेवेन्यू जनरेट करना चाहती है। इसके साथ ही Channels के सब्सक्रिप्शन और प्रमोशन से भी मुनाफा कमाया जाएगा। ऐप स्टोर्स के ज़रिए ये सब्सक्रिप्शन चार्ज लिए जाएंगे। Ads को टारगेट करने के लिए Meta यूजर्स के देश, भाषा और फॉलो किए गए Channels जैसी जानकारी का उपयोग करेगा। अगर आपने WhatsApp को Meta के Account Center से जोड़ा है, तो आपकी दूसरी Meta ऐप्स (जैसे Instagram, Facebook) से मिली जानकारी भी आपके विज्ञापन अनुभव को प्रभावित करेगी।

यूजर्स ने जताई नाराजगी

दरअसल WhatsApp पर Ads लाने की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। कई यूजर्स ने Meta पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। एक यूजर ने लिखा, “शुक्र है मैं Status Tab का यूज ही नहीं करता। जिस दिन चैट में Ads दिखे, उसी दिन डिलीट कर दूंगा।” दरअसल, जब 2014 में Meta (Facebook) ने WhatsApp को खरीदा था, तब कंपनी ने वादा किया था कि ऐप पर कभी भी विज्ञापन नहीं दिखेंगे। WhatsApp के को-फाउंडर Jan Koum ने भी 2012 में एक ब्लॉग में कहा था, “कोई भी उठकर विज्ञापन देखने के लिए WhatsApp नहीं खोलेगा। जब Ads आते हैं, तो यूजर ही प्रोडक्ट बन जाता है।”

क्या WhatsApp का अनुभव अब पहले जैसा रहेगा?

हालांकि अब Meta इस वादे से पलट चुका है। हालांकि कंपनी दावा कर रही है कि यूजर्स का चैटिंग एक्सपीरियंस प्रभावित नहीं होगा, लेकिन आम लोग इस बदलाव को WhatsApp की फील खत्म करने वाला बता रहे हैं। WhatsApp हमेशा से एक सिंपल, क्लीन और नो-डिस्ट्रैक्शन मैसेजिंग ऐप के रूप में जाना जाता रहा है। यही वजह थी कि दुनियाभर में लोग इसे पसंद करते हैं। लेकिन Ads की शुरुआत से इस फील में बदलाव आ सकता है, भले ही वो Updates Tab तक ही सीमित क्यों न हो। जबकि कई यूजर्स इस अपडेट को अनइंस्टॉल करने की चेतावनी दे रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को लगता है कि Ads आने से WhatsApp धीरे-धीरे Facebook या Instagram जैसा ही बन जाएगा जहां आप एक चीज देखने आते हैं, लेकिन नजरों के सामने Ads की भीड़ लग जाती है।


About Author
Rishabh Namdev

Rishabh Namdev

मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

Other Latest News