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Fri, Dec 5, 2025

महाकाल मंदिर में छाया दीपावली का उल्लास, राष्ट्र की सुख-समृद्धि के लिए धनत्रयोदशी पर चांदी के सिक्के से होगी महापूजा

Written by:Diksha Bhanupriy
देश में सबसे पहले महाकाल के आंगन में दीपावली का उल्लास देखने को मिलता है। आज धन त्रयोदशी के मौके पर मंदिर में विशेष साज सज्जा और पूजन की जाएगी।
महाकाल मंदिर में छाया दीपावली का उल्लास, राष्ट्र की सुख-समृद्धि के लिए धनत्रयोदशी पर चांदी के सिक्के से होगी महापूजा

दिवाली के त्योहार को देश भर में बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मंदिरों से लेकर प्रतिष्ठानों और लोगों के घरों तक इस त्यौहार की रौनक देखने को मिलती है। विश्व के एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir) में भी दिवाली का खूब उल्लास देखने को मिलता है। इस बार भी त्यौहार की रौनक शुरू हो चुकी है।

आज धनत्रयोदशी है जो शनि प्रदोष के शुभ संयोग में आई है। धन त्रयोदशी का वैसे भी बहुत महत्व माना गया है और इस दिन से 5 दिन से दीप पर्व का शुभारंभ हो जाता है। आज महाकाल मंदिर में बाबा को चांदी का सिक्का अर्पित कर महा पूजन की जाने वाली है। उसके बाद 20 अक्टूबर को दीपावली और 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजन का पर्व भी मनाया जाएगा। पूरा मंदिर आकर्षक विद्युत और पुष्प सज्जा से भरा हुआ दिखाई दे रहा है।

धन त्रयोदशी पर महाकाल में पूजन (Mahakal mandir)

धन त्रयोदशी के मौके पर मंदिर पुरोहित समिति द्वारा भगवान महाकाल की महापूजन की जाने वाली है। राष्ट्र की सुख समृद्धि की कामना करते हुए भगवान को चांदी का सिक्का अर्पित किया जाएगा और विधि विधान से पूजन की जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि जब भी बाबा महाकाल की इस तरीके से पूजन की जाती है राष्ट्र में सुख समृद्धि और धन-धान्य बना रहता है। बाबा की महापूजन के बाद मंदिर समिति द्वारा चिकित्सा इकाई में भगवान धन्वंतरि का पूजन कर आरोग्यता का आशीर्वाद भी मांगा जाएगा।

दीपावली पर लगेगा अन्नकूट

महाकाल पूरे विश्व में एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां हर त्यौहार सबसे पहले मनाया जाता है। हमेशा से ही यहां रूप चतुर्दशी पर दीपावली मनाने की परंपरा रही है। 20 अक्टूबर को कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी है। इस दिन तड़के 4 बजे भस्म आरती में बाबा को चंदन केसर का उबटन लगाकर गम जल्द से स्नान करवाया जाएगा। इसके बाद उन्हें नए वस्त्र पहन कर सोने चांदी के आभूषणों से श्रृंगार किया जाएगा। इसके पश्चात पारंपरिक 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाकर फुलझड़ी से आरती की जाएगी।

गौशाला में गोवर्धन पूजन

महाकाल मंदिर में गौशाला भी मौजूद है जहां गोवर्धन पूजन भी की जाती है। कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा तिथि 22 अक्टूबर को है और इस मौके पर चिंतामण स्थित गौशाला में गौ पूजन किया जाएगा। गायों को विशेष तरीके से सजाया जाएगा और कई प्रकार के पकवानों का भोग भी लगाया जाएगा।

आज रहेगा बाबा का उपवास

यहां सबसे खास बात यह है कि धन त्रयोदशी पर शनि प्रदोष का संयोग बनने की वजह से बाबा महाकाल उपवास रखेंगे। महाकाल में शनि प्रदोष का विशेष महत्व माना गया है। सुबह की भोग आरती में बाबा को फलाहार के रूप में केसरिया दूध का भोग लगाया जाएगा। शाम 4 बजे रुद्राभिषेक पूजन होगा। इसके बाद संध्या आरती में दाल, चावल, रोटी, सब्जी और मिष्ठान का भोग लगाया जाएगा।