समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को भारत निर्वाचन आयोग और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने चुनाव आयोग और जिलाधिकारियों द्वारा 18 हजार शपथपत्रों में से केवल 14 मामलों पर दी गई सफाई को आधा-अधूरा और निराधार बताया। अखिलेश ने दावा किया कि बाकी 17,986 शपथपत्रों का हिसाब अभी बाकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के वोटों को कटवाने या हटवाने की साजिश रची, जिसका जवाब अब यह समाज देगा।
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर भी योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में व्यापक अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के कारण मरीजों की जान जोखिम में है। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और अन्य जरूरी सुविधाओं की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि आए दिन मरीजों, खासकर बच्चों को, आपात स्थिति में भी इलाज और बेड न मिलने की खबरें सामने आ रही हैं।
अयोध्या में बच्चे की मौत का जिक्र
सपा प्रमुख ने अयोध्या में बेड और ऑक्सीजन की कमी के कारण एक बच्चे की मौत का उल्लेख करते हुए सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यदि यह मामला स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में आता है, तो उन्हें पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर अपनी गलती का पश्चाताप करना चाहिए। अखिलेश ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग करते हुए सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
सोशल मीडिया पर उठाई आवाज
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी बात रखते हुए कहा कि चुनाव आयोग, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी मिलकर भी उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए हैं। उन्होंने भाजपा पर पीडीए समाज के मताधिकार को छीनने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि इस समाज के लोग इसका जवाब देंगे। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को जनता के सामने उजागर करते हुए योगी सरकार की जवाबदेही पर सवाल उठाए।





