छत्तीसगढ़ के भगवंत वाला बाग कब्रिस्तान को लेकर दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार दोपहर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन पार्टी नेताओं के साथ कब्रिस्तान पहुंचे। उन्होंने एसडीएम को फोन पर चेतावनी दी कि यदि दो दिन के भीतर कब्रिस्तान का ताला नहीं खोला गया, तो सपा बड़ा आंदोलन करेगी। इस दौरान उनकी सीओ प्रवीन कुमार तिवारी के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई।
विवाद की शुरुआत संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायत के बाद हुई, जब राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। जांच में पाया गया कि गाटा संख्या 1087 मेहराज अली के नाम और 1088 कब्रिस्तान के नाम दर्ज है। आरोप है कि प्रशासन के निर्देश पर मेहराज अली ने कुछ दिन पहले कब्रिस्तान की जमीन पर दीवार बनवा दी, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इसके बाद विवाद बढ़ने पर कब्रिस्तान पर ताला लगवा दिया गया, जिसने मामले को और जटिल बना दिया।
सपा सांसद का प्रशासन पर हमला
राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने कब्रिस्तान की जमीन पर भू-माफियाओं की नजर होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील और जज्बाती मामला है, फिर भी एसडीएम और इंस्पेक्टर का कहना है कि उन्हें ताला लगने की जानकारी नहीं है। सुमन ने दावा किया कि दो-तीन दिन में ताला खुलवाने का आश्वासन दिया गया है। मौके पर सीओ प्रवीन कुमार तिवारी और इंस्पेक्टर अनुज कुमार भी पहुंचे, जहां सपा नेताओं के साथ उनकी गहमागहमी देखी गई।
प्रशासन की सख्त चेतावनी, सपा नेताओं का विरोध
विवाद स्थल पर सपा जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह, पूर्व विधायक अजीम भाई, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि अब्दुल वाहिद सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। दूसरी ओर, एसडीएम डॉ. गजेंद्र पाल सिंह ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति शांति भंग करने या ताला तोड़ने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सपा ने इस मुद्दे को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाए रखने का संकल्प जताया है, और आगे की रणनीति पर विचार कर रही है।





