यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन जहां सदन के अंदर जोरदार हंगामा चल रहा था, वहीं बाहर एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। रायबरेली सदर से बीजेपी विधायक अदिति सिंह ने गोंडा से बीजेपी विधायक प्रतीक भूषण सिंह को राखी बांधी। राखी बंधवाने के बाद प्रतीक भूषण ने अदिति सिंह के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। गिफ्ट के तौर पर उन्होंने वचन दिया कि रायबरेली की हर बहन की रक्षा करूंगा।
दिवंगत विधायक अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह और पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण का यह भाई-बहन का रिश्ता नया नहीं है। अदिति, प्रतीक को पहले भी राखी बांधती रही हैं, लेकिन विधानसभा में राखी बांधने का यह पहला मौका था। तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए।
दो राखियां, हंसी-मजाक
अदिति सिंह ने प्रतीक भूषण की कलाई पर एक के बाद एक दो राखियां बांधीं। इसके बाद प्रतीक भूषण ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। जब राखी के बदले गिफ्ट की बात आई, तो प्रतीक ने मजाक में कहा कि एक दिन का भत्ता दूंगा। इस पर अदिति हंसते हुए बोलीं नहीं, पूरे महीने का भत्ता चाहिए। प्रतीक ने भी हंसकर जवाब दिया कि पूरे महीने का तो कुछ ज्यादा हो जाएगा।
आज उत्तर प्रदेश विधान सभा के मानसून सत्र के पहले दिन गोंडा से विधायक श्री प्रतीक भूषण सिंह जी की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाया।
इस अवसर पर प्रतीक जी ने मेरा चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। साथ ही भावपूर्ण संकल्प लिया कि वे गोंडा ही नहीं रायबरेली की भी हर बहन की रक्षा करेंगे।… pic.twitter.com/ALn3453pZ2
— Aditi Singh (@AditiSinghRBL) August 11, 2025
प्रतीक हमेशा साथ खड़े रहते हैं
अदिति सिंह ने कहा
“मैं कई सालों से प्रतीक भूषण को राखी बांध रही हूं। वह मेरे भाई हैं और हमेशा मेरे साथ खड़े रहते हैं। इस बार अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में व्यस्त होने की वजह से आज रक्षाबंधन मना रहे हैं।”
उन्होंने प्रतीक भूषण को जीवन में तरक्की करने का आशीर्वाद भी दिया।
अदिति का सोशल मीडिया पोस्ट
बाद में अदिति सिंह ने राखी बांधने का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर शेयर किया और लिखा किआज यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन गोंडा से विधायक श्री प्रतीक भूषण सिंह जी की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाया। प्रतीक जी ने मेरा चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया और भावपूर्ण संकल्प लिया कि वे गोंडा ही नहीं, रायबरेली की हर बहन की रक्षा करेंगे। यह केवल गोंडा और रायबरेली का नहीं, बल्कि भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का बंधन है।





