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Wed, Dec 17, 2025

‘अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में मिलेगा 10% आरक्षण’, CM धामी ने नियमावली जारी कर पूरा किया वादा!

Written by:Vijay Choudhary
Published:
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सेवामुक्त अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में 10% क्षैतिज आरक्षण देने की नियमावली जारी की। साथ ही शहीद परिवारों की अनुग्रह राशि बढ़ाई गई और सैन्य धाम का निर्माण पूरा कर वीरभूमि उत्तराखंड की गौरवशाली परंपरा को सम्मानित किया।
‘अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में मिलेगा 10% आरक्षण’, CM धामी ने नियमावली जारी कर पूरा किया वादा!

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपना वादा निभाते हुए सेवामुक्त अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का ऐलान कर दिया है। सोमवार को कार्मिक एवं सतर्कता विभाग ने औपचारिक रूप से “उत्तराखंड राज्याधीन सेवाओं में समूह ग की सीधी भर्ती के वर्दीधारी पदों पर सेवायोजन हेतु क्षैतिज आरक्षण नियमावली–2025” जारी की। इस नियमावली के तहत पूर्व अग्निवीर अब पुलिस आरक्षी (नागरिक/पीएसी), उप निरीक्षक, प्लाटून कमांडर, अग्निशामक, बंदी रक्षक, वन आरक्षी, वन दरोगा, आबकारी सिपाही और सचिवालय रक्षक जैसे पदों पर आरक्षण का लाभ उठा सकेंगे। उन्हें टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में भी मौका मिलेगा।

मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा फैसला

उत्तराखंड एक सैन्य बहुल प्रदेश है, जहां लगभग हर परिवार का कोई सदस्य सेना में सेवा करता है। ऐसे में धामी सरकार का यह कदम युवाओं को सेना से जुड़ने के लिए और प्रेरित करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला “मास्टर स्ट्रोक” है क्योंकि इससे न केवल पूर्व अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित होगा बल्कि राज्य के युवाओं में देशसेवा के प्रति उत्साह भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देश की सेवा कर लौटे अग्निवीर प्रदेश का गौरव हैं और उन्हें सम्मान और रोजगार देना सरकार की जिम्मेदारी है।

शहीद परिवारों के लिए बड़ा तोहफा

अग्निवीरों के लिए आरक्षण देने के साथ ही राज्य सरकार ने शहीद परिवारों के लिए भी अहम निर्णय लिए हैं। अब शहीद सैनिकों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी गई है। वहीं परमवीर चक्र विजेताओं की राशि 50 लाख से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये कर दी गई है। इतना ही नहीं, वीर बलिदानी परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी प्रावधान किया गया है। इन कदमों से राज्य के सैनिक परिवारों को बड़ी राहत और सम्मान मिलेगा।

सैन्य धाम से सम्मानित होगी वीरभूमि

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि उत्तराखंड की सैन्य परंपरा को सम्मान देने के लिए देहरादून में पांचवें धाम के रूप में “सैन्य धाम” का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। यह धाम प्रदेश की वीरता और बलिदान का प्रतीक होगा और आने वाली पीढ़ियों को शौर्यगाथा से जोड़ेगा। उत्तराखंड को देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी कहा जाता है और धामी सरकार के हालिया फैसले इस गौरव को और मजबूत करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पूर्व सैनिकों और अग्निवीरों को हर तरह से सहयोग और सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है।