रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उत्तराखंड सरकार ने राज्य की महिलाओं को एक बार फिर विशेष तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने घोषणा की है कि 9 अगस्त को उत्तराखंड रोडवेज की सामान्य बसों में महिलाएं मुफ्त यात्रा कर सकेंगी। यह पहल बहनों को अपने भाइयों से मिलने में सुविधा देने और यात्रा को आसान बनाने के उद्देश्य से की गई है।
सरकार के इस फैसले से हजारों महिलाएं लाभान्वित होंगी, खासकर वे जो दूर-दराज के इलाकों से आती हैं। यह योजना हर साल रक्षाबंधन पर लागू की जाती है, जिससे महिलाओं को आर्थिक राहत मिलती है और उनका सफर सुरक्षित बनता है।
केवल साधारण बसों पर लागू होगा निर्णय
उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) पवन मेहरा ने आदेश जारी करते हुए बताया कि यह सुविधा सिर्फ रोडवेज की सामान्य (ordinary) बस सेवाओं पर लागू होगी। यानी यह सुविधा वोल्वो या डीलक्स बसों में नहीं मिलेगी। महिलाओं को टिकट लेने के लिए किसी अतिरिक्त दस्तावेज या प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं होगी। वे सीधे बस में चढ़ सकती हैं और मुफ्त में यात्रा कर सकती हैं। इससे प्रक्रिया सरल होगी और यात्रियों को परेशानी नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश की सीमाओं तक भी मिलेगा लाभ
सरकार के आदेश के अनुसार, यदि कोई रोडवेज बस उत्तराखंड से होकर उत्तर प्रदेश के किसी हिस्से तक जाती है, और उसका संचालन उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा किया जा रहा है, तो उसमें भी महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी। इसका मतलब यह हुआ कि राज्य की सीमाओं से बाहर जाते हुए भी, यदि बस उत्तराखंड रोडवेज की है, तो महिला यात्रियों को किराया नहीं देना पड़ेगा। इससे उन बहनों को काफी राहत मिलेगी, जिनके भाई उत्तर प्रदेश के किसी इलाके में रहते हैं।
महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सरोकार की मिसाल
उत्तराखंड सरकार का यह फैसला महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सरोकार की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह केवल मुफ्त सफर की बात नहीं है, बल्कि सरकार की महिलाओं के प्रति संवेदनशील सोच और समर्पण को भी दर्शाता है। यह निर्णय बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा और सम्मान जैसी योजनाओं की भावना को मजबूत करता है। रक्षाबंधन जैसे पर्व पर जब बहनें अपने भाइयों से मिलने जाती हैं, तब सरकार द्वारा इस तरह की सुविधा देना एक सकारात्मक सामाजिक संदेश देता है।





