Viral Video: कितने आशियाने उजड़ गए, कितने अपने बिछड़ गए, जिसने वीडियो देखा आसूं रोक नहीं पाया

Manisha Kumari Pandey
Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। यह दुनिया अलग-अलग प्राणियों ने भरी पड़ी है। पक्षियों, इंसान और जानवरों के अलावा यह दुनिया कई लोगों का बसेरा है। जिसमें से पक्षी कुदरत की सबसे खूबसूरत रचनाओ में से हैं। हालांकि उन्हें भी इस दुनिया में रहने के लिए आवास की जरूरत पड़ती है। बड़े-बड़े वृक्षों पर वो एक एक तिनका घर अपना घौंसला बनाते है।  सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल (Viral Video) हो रहा है।

यह भी पढ़े… PPF और सुकन्या समृद्ध योजना में हुआ बड़ा बदलाव! नुकसान से बचने के लिए यहाँ जानें नए नियम

इस वीडियो में पक्षियों की दुर्दशा ने लोगों के आँखों में आँसू ला दिए। इंसान तो अपने लिए ईंट और सीमेंट का मजबूत घर बना लेता है, लेकिन पंछी वो इतने भी लायक नहीं होते। इस वीडियो में एक बड़ा सा पेड़ गिराया जा रहा। पेड़ के साथ कई पक्षियों का आशियान भी टूट गया। वीडियो में पक्षियों की पीड़ा देखी जा सकती है। इंसान अपने स्वार्थ में अपने साथ रहने वाले अन्य जीवों को भूल जाता है, ऐसी मानसिकता आप इस वीडियो में देख सकते हैं।

हालांकि कुछ लोग ऐसे भी है जो पक्षियों और जानवरों के लिए भोजन-पानी का प्रबंध कर देते हैं। वीडियो में एक जेसीबी पेड़ तो तोड़ता नजर आ रहा है। पेड़ के हिलते ही ढेरों पक्षी जान बचाने के लिए इधर-उधर उड़ने लगे। लेकिन अफसोस कई असफल हुए। विडियो में कुछ पक्षियों पेड़ के नीचे दबा हुआ देखा जा सकता है। बता दे की वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन ऐक्ट 1972 के तहत पक्षियों और उनके घौंसलों को नुकसान पहुंचाना कानून अपराध है। हालांकि इस वीडियो का सोर्स अभी तक मालूम नहीं चल पाया है पर हम MPBreakingnews की तरफ सरकार से यही अपील करते है कि जिन्होंने ये कृत्य किया है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News