सत्ता में आने से पहले किसानों पर अपना पूरा फोकस करने वाली कांग्रेस का सत्ता में आते ही युवाओं की तरफ ध्यान केन्द्रित हो गया है। सरकार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए नित नए प्रयास कर रही है।बीते दिनों ही निवेश के क्षेत्र में सरकार द्वारा बड़े कदम उठाए गए और अब निकाय चुनाव से पहले कमलनाथ सरकार युवाओं को एक और सौगात देने की तैयारी कर रही है। खबर है कि मुख्यमंत्री बागवानी खाद्य प्रसंस्करण योजना में शामिल हुए युवाओं को सरकार एक एकड़ से ढाई एकड़ तक देगी।इसके लिए पहले कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा और पिर जमीन आवंटित की जाएगी।सरकार के इस फैसले पर बीजेपी ने सवाल उठाए है।
इस योजना के तहत युवाओं को एकड़ जमीन के बदले 5 लाख रुपए सरकार को भुगतान करना होगा। साथ ही पॉली हाउस, ग्रीन हाउस और स्प्रिंकलर सहित अन्य उपकरणों के लिए भी सरकार के द्वारा अनुदान दिया जाएगा।फूलों की खेती करने पर एक एकड़ से ढाई एकड़ तक जमीन देगी।बताया जा रहा है कि फ्लोरीकल्चर के क्षेत्र में बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने ये फैसला किया है। इस योजना का लाभ मुख्यमंत्री बागवानी खाद्य प्रसंस्करण योजना में शामिल हुए युवाओं को दिया जाएगा। सरकार इस योजना को पायलट पोजेक्ट के तौर पर होशंगाबाद और छिंदवाड़ा जिले में सौ-सौ एकड़ जमीन पर लागू करने जा रही है। बाद में यह योजना प्रदेश के दूसरे जिलों में भी लागू की जाएगी।उम्मीद की जा रही है कि आगामी कैबिनेट बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जा रहा है, वही मंत्रिमंडल की मुहर लग लगने के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
बीजेपी ने उठाए सवाल
सरकार के इस कदम पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए है। पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि दस महीने के कार्यकाल मे कमलनाथ सरकार ने कोई काम नही किया। अब फूल की खेती का युवाओं को सपना दिखाया जा रहा है। मिश्रा ने आगे कहा कि लैपटॉप भी नही दिया, गौशालाएं भी नही बनी और बात सरकार युवाओं को रोजगार देने और बड़े विकास की करती है।न मिलेगी जमीन और न होगी खेती।