भोपाल। गले तक कर्ज में डूबी शिवराज सरकार चुनाव से पहले फिर दो हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। खबर है कि ये कर्ज राज्य के विकास कार्यों के लिए लिया जा रहा है।इसको लेकर वित्त विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली है। वर्तमान में प्रदेश पर डेढ़ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है। बता दे कि इसके पहले राज्य सरकार ने भोपाल मेट्रो के लिए 3500 करोड़ रुपए का कर्ज यूरोपियन इनवेस्टमेंट बैंक से लिया था।
दरअसल, चुनाव को देखते हुए आचार संहिता से पहले शिवराज सरकार ने दर्जनों तबाड़तोड़ घोषणाएं की थी, जिन्हें पूरा करने के लिए अब सरकार को धन की जरुरत है, ऐसे में वित्त विभाग के पास पर्याप्त राशि ना होने के चलते प्रदेश सरकार दो हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। इसे मिलाकर 2018 में सरकार द्वारा लिए जाने वाले कर्ज की राशि 9 हजार करोड़ रुपए हो जाएगी।जिसके विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा।हालांकि सरकार की प्रदेश के बजट की 3.50 फीसदी राशि कर्ज के रूप में लेने की लिमिट है, उसके अंदर ही कर्ज लिया जा रहा है।