भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार आरके मिगालानी किसी भी तरह की सरकारी सुविधाएं नहीं ले रहे हैं। यही नहीं वह सिर्फ एक रुपए के वेतन पर इस पद पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद कमलनाथ ने मिगलानी को अपना राजनीतिक सलाहकार बनाया था। लेकिन फिर लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन नतीजों के बाद उन्हें एक बार फिर इस पद पर नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार को तौर पर काम कर रहे मिगलानी सरकारी सुख सुविधाओं से दूरी बनाए हुए हैं। उन्होंने किसी भी तरह की कोई सरकारी सुविधा नहीं ली है। उनसे पहले उमा भारती के मुख्यमंत्री रहते हुए अनिल दवे, अतुल जैन और शेलेंद्र शर्मा को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था। यह तीनों ही उमा के राजनीतिक सलाहकार के पद पर नियुक्त किए गए थे और उन्हें सभी तरह की सुविधाएं भी मुहैया करवाई गईं थी।