मध्यप्रदेश में मासूम बच्चों के अपहरण कर दुष्कर्म और उसके बाद हत्या की वारदाते कम होने का नाम नही ले रही है। आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे है। ताजा मामला इंदौर से सामने आया है। जहां एक पांच साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया था और बाद में हत्या कर उसकी लाश को कुए में फेंक दिया।पुलिस को झोपड़े के सामने खेत में बच्ची का पाजामा मिला है। शार्ट पीएम रिपोर्ट में बच्ची के साथ दुष्कर्म की भी पुष्टि हुई है।वही पुलिस ने खेत मालिक सहित अन्य को हिरासत में लिया है। पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरु कर दी है।
मामला हीरानगर थाना क्षेत्र के बीमा अस्पताल के पास का है। यहां चंपालाल वर्मा और उसके भाई फूलचंद वर्मा के खेतों में धार-झाबुआ के आदिवासी मजदूरों के 32 झोपड़े बने हुए हैं। यहां रहने वाला एक दंपती दो बेटे और दो बेटियों के साथ झोपड़ी के बाहर चादर बिछाकर सो रहा था। रविवार रात करीब दो बजे बच्ची के पिता लघुशंका के लिए उठे तो सबसे छोटी बेटी नहीं दिखी। कुछ देर पत्नी व पड़ोसियों के साथ खेत और अन्य झोपड़ियों में तलाशा और फिर तीन बजे थाने पहुंचे और अपहरण का केस दर्ज करवाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खेतों में सर्चिंग की। देर रात खेत में बच्ची का पाजामा मिल गया। इसके बाद बच्ची की तलाश खेत में बने कुएं में शुरू की गई, तो कुएं में बच्ची का शव मिल गया। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया गया, जहां शार्ट पीएम रिपोर्ट में बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। वारदात में बच्ची के माता-पिता के परिचितों का हाथ होने का अंदेशा है। पुलिस ने खेत मालिक सहित अन्य को हिरासत में लिया है। पुलिस ने शव को बरामद कर जांच शुरु कर दी है।
एसपी ने आरोपितों की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। सोमवार दोपहर परदेशीपुरा, बाणगंगा थाना प्रभारियों सहित करीब सौ पुलिसकर्मियों की टीम खेत, झोपड़ी, नाले, झाड़ियों और अन्य स्थानों पर छानबीन में जुट गई। पुलिस को शक है कि वारदात में ऐसे व्यक्ति का हाथ है जिसका परिसर में आना-जाना था। पुलिस ने चंपालाल, उसके बेटे पत्नी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने वर्मा के कमरे और आसपास सर्चिंग की तो शराब की खाली बोतलें मिलीं।एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक केस की जांच के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन किया है। पुलिस जल्द विवेचना पूर्ण कर आरोपितों को सजा दिलाने की कोशिश करेगी।
शहर में पहले भी हो चुकी है ऐसी वारदातें
यह पहला मौका नही है। इससे पहले भी इंदौर में इस तरह के मामले सामने आ चुके है। इस तरह की वारदात राजवाड़ा में भी हुई थी। पिछले वर्ष आरोपित अजय गड़गे ने बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म का प्रयास किया था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने 22 दिन में विवेचना और ट्रायल पूरी कर आरोपित को फांसी की सजा दिलवा दी। दूसरी वारदात सुतार गली में पिछले वर्ष हुई। आरोपित सोनू बंसल ने एक वर्ष की बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म का प्रयास किया। बच्ची माता-पिता की बगल में सो रही थी