MP उपचुनाव : दिग्विजय सिंह का Tweet- हैक हो सकती है EVM

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में 19 जिलों की 28 विधानसभा सीटों (28 Assembly Seats) पर हो रहे उपचुनाव (By-election) के लिए मतदान (Voting) जारी है। मतदाताओं (Voters) में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है, हालांकि कही कही ईवीएम में गड़बड़ी की भी खबरें सामने आई, जिसके चलते मतदान (Voting) देरी से शुरु हो पाया। प्रशासन (Administration) द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है औऱ चप्पे चप्पे में पैनी नजर रखी जा रही है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) का एक बड़ा ट्वीट सामने आया है, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।

दरअसल, आज 3 नवंबर (3 November) को 28 सीटों पर हो रही वोटिंग के बीच दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh)) ने ईवीएम (EVM) में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। दिग्विजय ने ट्वीट कर लिखा है कि तकनीकी (Technological) युग में विकसित देश EVM पर भरोसा नहीं करते पर भारत व कुछ छोटे देशों में EVM से चुनाव होते हैं। विकसित देश क्यों नहीं कराते? क्योंकि उन्हें EVM पर भरोसा नहीं है। क्यों? क्योंकि जिसमें चिप है वह हैक हो सकती है।हालांकि यह पहला मौका नही है, पहले भी कई बार EVM को लेकर सवाल खड़े होते आए है।
इससे पहले सोमवार को दिग्विजय सिंह का एक और ट्वीट (Tweet) सामने आया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘टिकाऊ या बिकाऊ, ईमानदार या बेईमान, वफ़ादार या ग़द्दार, लोकतंत्र या नोटतंत्र निर्णय आपको करना है। बिकाऊ को सबक़ सिखाओ, लोकतंत्र का सम्मान बचाओ’। इसके पहले भी दिग्विजय सिंह BJP ,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को निशाने पर ले चुके है।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)