भोपाल। विधानसभा में जीत के बाद लोकसभा चुनाव में एमपी में कांग्रेस का फोकस ‘विन 29’ पर बना हुआ है। इसके लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीते दिनों कई बैठकें की थी और एक सर्वे भी करवाया था। सर्वे में करीब सौ से ज्यादा नाम सामने आ गए है, जिसे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पास रख लिया है।हालांकि अभी भी कई सीटों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। गुरूवार को फिर एक बड़ी बैठक होने वाली है, जिसमें नामों पर अंतिम मुहर लगना है। जिसके बाद ये नाम दिल्ली भेज दिए जाएंगे अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी लेंगे।
चुंकी प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के आस्वस्थ होने के चलते फिलहाल सारी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आ गई है। इसके पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 13 फरवरी से लोकसभा क्षेत्रों के चुनिंदा नेताओं सहित पीसीसी के लोकसभा प्रभारियों की बैठकें की थी। दस दिन चली बैठकों में 16 लोकसभा क्षेत्रों पर मंथन हुआ था। इनमें कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा सीटों की मौजूदा स्थिति का एक सर्वे भी रखा और सीट के प्रभाव के बारे में बताया। सीट पर संगठन की स्थिति के बारे में भी नेताओं को जानकारी दी। इसके बाद लोकसभा सीटों की बैठकों में नेताओं से उनकी पसंद के एक से तीन नाम मांगे गए थे। नाम मुख्यमंत्री को सौंप दिए गए हैं। इसके बाद एआईसीसी से आए पर्यवेक्षकों को ये नाम सौंपे जाएंगे और जमीनी हकीकत का आकलन कराया जाएगा।