बस में छिपाकर  ले जा रहे थे अमानक मावा और पनीर, प्रशासन ने किया जब्त  

छतरपुर, संजय अवस्थी।  त्योहारी सीजन के बाद भी नकली खाद्य पदार्थो (fake foods) की सप्लाई करने वाले कारोबारी सक्रिय है,उनकी नजर शादियों पर है, वे वहां अमानक मावा (Mawa) और पनीर (cottage cheese) की सप्लाई कर रहे हैं।  जिला प्रशासन (District Administration)ने पुलिस (Police) के साथ मिलकर भारी मात्रा में मावा और पनीर जब्त किया है और उसके सेम्पल जांच के लिए भेजे हैं।

जानकारी के अनुसार छतरपुर बस स्टैंड पर बस के जरिए परिवहन किये जा रहे  संदिग्ध मावा और पनीर की सूचना कोतवाली पुलिस को मिली थी।  पुलिस की सूचना पर प्रशासन ने नायब तहसीलदार अंजू लोधी के नेतृत्व में कार्रवाई  करते हुए लगभग ढाई क्विंटल संदिग्ध मावा और लगभग 55 किलो पनीर जब्त किया है। पूछताछ में मालूम चला है कि मावा और पनीर बस के द्वारा अमानगंज ले जाया जा रहा था जिसे थाना प्रभारी कोतवाली के द्वारा बस से उतरवाया गया मौके पर नायब तहसीलदार ने पहुंचकर मावा और पनीर जब्त कर पुलिस के सुपुर्द किया है और सिमलिंग के लिए  खाद्य एवं औषधि विभाग को सूचित किया गया है।  नायब तहसीलदार का कहना है कि शादी विवाह के सीजन में भारी मात्रा में नकली मावा खपत किया जाता है ऐसे में इतनी मात्रा में इस संदिग्ध मावा और पनीर की सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी और उसके बाद ही नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी वहीं उन्होंने कहा कि जहां पनीर का दावेदार मौके पर है और उसका कहना है कि अमानगंज पनीर पनीर ले जाया जा रहा था वही मावा का अब तक कोई भी दावेदार सामने नहीं आया है.


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....