गुना में धंसी मिट्टी की खदान, महिलाएं दबी, सीएम शिवराज ने जताया दु:ख

गुना/भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश के गुना (Guna) जिले से एक बड़े हादसे (Accident) की खबर सामने आई है, जहां पानी भरने मिट्टी की खदान (Clay mine) में गई महिलाएं अचानक खदान धंसने (Collapsed of mine) के चलते दब गई। खदान धंसने की खबर लगते ही गुना जिला प्रशासन (Guna Administration) ने तुरंत राहत कार्य (Rescue) शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि खदान धंसने से महिलाओं को चोट आई है।

दरअसल यह पूरा मामला गुना जिले के चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र के मेहरिया खेड़ी गांव का है, जहां कुछ महिलाएं पानी भरने के लिए मिट्टी की खदान में गई हुई थी। इसी दौरान अचानक खदान धंस गई और महिलाएं दब गई। यह पूरा हादसा दोपहर में हुआ। हादसा होने के बाद घटनास्थल पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। वहीं गुना विधायक लक्ष्मण सिंह (MLA Laxman Singh) सहित अन्य लोग दबी हुई महिलाओं की मदद करने के लिए आगे आए और मिट्टी हटाने की कोशिश में जुट गए।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।