झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के बाद मासूम भाई बहन की मौत, सवालों के घेरे में प्रशासन

Atul Saxena
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सिंगरौली, राघवेन्द्र सिंह गहरवार।  मध्यप्रदेश सरकार (MP Government) प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लाख दावे करे लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है। प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं जहाँ झोलाछाप डॉक्टर (Jholachap Doctor) जाल की तरह फैले हैं और उनके जाल में नासमझ और गरीब लोग फंसकर अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं। ताजा मामला सिंगरौली जिले का है जहाँ एक झोलाछाप डॉक्टर (Jholachap Doctor) के इलाज के बाद मासूम भाई बहन की मौत हो गई।

बताया जाता है कि सिंगरौली के गांव छमरछ में एक परिवार ने खाना खाया जिसके बाद मां सहित उसके बेटा और बेटी की हालत खराब हो गई। परिवार के लोग तीनों को लेकर निवास गांव में पवन मेडिकल स्टोर पर एक झोलाछाप डॉक्टर (Jholachap Doctor) के पास उपचार के लिए भागे। जहाँ झोलाछाप डॉक्टर (Jholachap Doctor) के इलाज के बाद भाई बहन 2 वर्षीय रितेश साकेत व 5 वर्षीय रोशनी साकेत की मौत हो गई। जबकि मान की हालत बिगड़ने पर उसे सीधी जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....