इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश के इंदौर में निगम भले स्वच्छता में नम्बर 1 आने का प्रयास कर रहा हो लेकिन निगमकर्मचारियो द्वारा अक्सर कुछ ऐसा किया जाता है निगम की साख पर बट्टा लग जाता है। सोमवार को दो ऐसे वीडियो सामने आए है जो सोशल मीडिया पड़ वायरल है। दोनो वीडियो शहर के अलग – अलग स्थानों के है। जहां एक वीडियो में निगमकर्मी शराब के नशे में धुत्त होकर जमकर उत्पाद मचा रहे थे। वायरल वीडियो डोर – टू – डोर कचरा संग्रहण वाहन का है जिस पर चढ़कर निगमकर्मियों द्वारा जमकर ठुमके लगाए जा रहे थे। वीडियो में नजर आ रही डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण गाड़ी पर जोन-6 और वार्ड क्रमांक 27 लिखा हुआ है। वीडियो में 4-5 युवक सरेराह वाहन को खड़ा कर उसमें तेज आवाज में फिल्मी गीत बजाते नजर आ रहे है।
वही एक अन्य वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमे निगम अधिकारियों को दिए गए मास्क चालान के टारगेट पर सवाल खड़े हो रहे है। दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के बाद मास्क पहनना सभी के लिये अनिवार्य है लेकिन इंदौर के दशहरा मैदान चौराहे के पास स्थित सुलभ शौचालय के सामने का है जहां पर एक युवक का हाथ खींचकर उसका चालान काटने की जानकारी सामने आई है।
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युवक का आरोप है कि वो मानता है उसकी गलती है लेकिन निगमकर्मियों को ये अधिकार किसने दिया है कि वो हाथ खींचकर और बदतमीजी से पेश आकर चालानी राशि वसूल करे। युवक का नाम प्रदीप बिंदोरिया बताया जा रहा है। जिसने कहा इस दौरान उसे पीसीआर बुलाने की धमकी भी दी गई। इतना ही उसी दौरान कई निगमकर्मी बिना मास्क के अपने वाहनों से निकल रहे थे। वही मौके पर मौजूद कर्मचारियों में से भी कुछ लोगो ने मास्क नही पहना था। निगमकर्मियों के दोहरे रवैये पर सवाल उठाते हुए युवक ने कहा है कि वो कोरोना वारियर्स का सम्मान करता है लेकिन इसका मतलब ये नही की वो इस तरह से आम लोगो के साथ पेश आये।
युवक की माने तो वो भी कानूनी रास्ता अख्तियार करता लेकिन कोविड के दौर में निगमकर्मचारियो की सेवा को वो नही भुला है लेकिन वो इस मामले की शिकायत निगम के आला अधिकारियों से जरूर करेगा। बता दे कि युवक सोमवार रात को जब निगम अधिकारियों से बात कर रहा था तो सभी लोग उसके सवालो के जबाव देने में असमर्थ से दिखे। इन दो वीडियो के वायरल होने के बाद अब सवाल ये खड़े हो रहे है कि निगम के आला अधिकारी और स्वयं निगमायुक्त कर्मचारियों की रवैये को लेकर क्यों कोई कदम नही उठाती है।